सारण: सिविल सर्जन कार्यालय ( Civil Surgeon Office ) में कर्मचारियों की गुंडागर्दी ( Hooliganism of Employees ) का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल ( Video Viral On Social Media ) हो रहा है. जिसमें कर्मचारियों द्वारा डॉक्टर को धमकी देने का मामला सामने आया है. वीडियो में सिविल सर्जन कार्यालय के कर्मचारी डॉक्टर के साथ बदसलूकी करते नजर आ रहे हैं, यहां तक कि कर्मचारियों ने डॉक्टर को लाठी से पीटने तक की धमकी दी है
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दरअसल, मामला सिविल सर्जन कार्यालय का है जहां लिपिक तथा कर्मचारियों की गुंडागर्दी का वायरल वीडियो सामने आया है, जिसमें कर्मचारियों ने एक डॉक्टर के साथ दुर्व्यवहार किया है. जिले के रिविलगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में नव पदस्थापित चिकित्सक डॉ अभिषेक कुमार सिंह के साथ घटना हुई है. घटना से संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
बता दें कि चिकित्सक अभिषेक कुमार सिंह किसी काम से सिविल सर्जन कार्यालय गए हुए थे. जहां पर किसी बात को लेकर कर्मियों के साथ डॉक्टर की बहस हो गई, जिसके बाद बौखलाए कर्मी दुर्व्यवहार पर उतर गए और चिकित्सक के साथ हाथापाई भी की. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. मामले में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने संज्ञान लिया है.
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चिकित्सक के साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर मेडिकल एसोसिएशन बिहार स्टेट ब्रांच के द्वारा संज्ञान लिया गया है. एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई है. प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि वीडियो से स्पष्ट है कि सिविल सर्जन कार्यालय में वहां के कर्मचारियों द्वारा चिकित्सक के साथ दुर्व्यवहार और रंगदारी की जाती है. वीडियो छपरा सिविल सर्जन कार्यालय की है. रिविलगंज के सीएचसी के लिए नवनियुक्त विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ अभिषेक कुमार सिंह के साथ घटना हुई है.
वहीं पूरे मामले में पीड़ित डॉक्टर अभिषेक सिंह और आइएमए छपरा एवं बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ छपरा के पदाधिकारियों से भी जानकारी ली गई है, सिविल सर्जन को संज्ञान लेने के लिए कहा गया है. प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि ऐसी घटनाओं से राज्य में नए चिकित्सकों का मनोबल कमजोर होगा और वे राज्य की स्वास्थ्य सेवा में आना नहीं चाहेंगे. वायरल वीडियो को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत एवं अन्य पदाधिकारियों को भेजा गया है. आईएमए बिहार ने मांग किया है कि घटना में संलिप्त सिविल सर्जन कार्यालय के कर्मचारियों पर अविलंब कार्रवाई की जाए, और उन्हें गिरफ्तार किया जाए. इसके साथ ही बर्खास्तगी की भी कार्रवाई की जाए.
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