सारण: लॉकडाउन में गुरुवार को श्रमिक स्पेशल ट्रेन प्रवासी बिहारियों को गुजरात के सूरत से छपरा पहुंची. ट्रेन के छपरा जंक्शन पहुंचते ही सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई. जिला प्रशासन ने इसको लेकर पहले से ही स्टेशन पर बंदोबस्त कर रखा था. खुद डीएम सुब्रत कुमार सेन और पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय मौके पर मौजूद थे. इन दोनों की देख-रेख में यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई. साथ ही भोजन की व्यवस्था की गई.
छ्परा जंकशन के परिसर में लगभग 80 बसों को राज्य के विभिन्न जिलों के लोगों को पहुचाने के कार्य के लिए लगाया गया था. सारण लौटने वाले यात्रियों की संख्या करीब 1250 थी. जिसमे सारण जिले के मात्र 176 यात्री थे. बाकी यात्री बिहार के अन्य जिलों के थे. जिन्हे यहां से विभीन्न बसों के माध्यम से उनके गृह जिला भेजा गया. वहीं, बाहर से आए लोगों ने कहा कि उन्हें भाड़ा के रुप में उनसे 800 रुपये लिए गए है. रास्ते में खाने के नाम पर बिस्कुट और पानी दिया गया है.
21 दिनों का क्वॉरेंटाइन
यात्रियों ने बताया कि रात मे एक जगह पर खिचड़ी खाने को भी मिला. उन्होने कहा कि कुल मिलाकर सफर ठीक रहा. अब यहां से हमें अपने गृह जिले में 21 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन किया जाएगा. उसके बाद ही सभी को घर के लिए रवाना किया जाएगा. वहीं, कई यात्रियों को बुखार या अन्य समस्या के कारण भी रोका गया है और उनकी पूरी जांच की जा रही है. इसके बाद ही उन्हे अपने गृह जिला में भेजा जाएगा.
DM ने दी जानकारी
सारण के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कहा कि क्वॉरेंटाइन सेंटर सभी को दैनिक उपयोग के लिए वस्तुएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. ताकि किसी को दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े. उन्होंने कहा कि प्रशासन इन प्रवासियों पर नजर बनाए रखा है.