छपरा: बिहार के छपरा में मुखिया पति पर फायरिंग मामले में युवकों की पिटाई और मौत के बाद स्थिति तनावपूर्ण होने के कारण अब वहां धारा 144 लागू है. घटना के बाद जिला और पुलिस प्रशासन सक्रिय है और आसपास के पुलिस थानों की टीम के साथ रिजर्व पुलिस बटालियन वहां पर कैंप कर रही है. इसी बीच सारण एसपी डॉ गौरव मंगला ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मांझी के थाना प्रभारी देवानंद कुमार को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है. मांझी थाना का प्रभार अशोक दास को सौंपा गया है.
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स्थिति पर पुलिस प्रशासन की नजरः स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जिला और पुलिस प्रशासन के अधिकारी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. इस बीच पुलिस ने हिंसा के आरोपियों को पकड़ने के लिए रात भर छापेमारी की है और लगभग आधा दर्जन लोगों की गिरफ्तारी भी हुई. हत्या के आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने पुलिस उपाधीक्षक हेड क्वार्टर के नेतृत्व में एसआईटी का गठन कर दिया है. गौरतलब है कि मुखिया प्रतिनिधि विजय यादव के मुर्गी फार्म हाउस पर तीन युवकों की बेरहमी से पिटाई की गई थी, जिसमें एक युवक की मौत हो गई है. दो युवक अभी भी पीएमसीएच में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहे हैं.
दो अभियुक्तों की हुई गिरफ्तारीः वहीं, पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार के अनुसार इस मामले को लेकर इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. घटना में दो अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. कुछ लोगों द्वारा माहौल बिगाड़ने के लिए अफवाह फैलाई जा रही है ऐसे अफवाह फैलाने वालों पर निगरानी रखी जा रही है. इन लोगों के ऊपर कठोर कार्रवाई की जाएगी. पुलिस मुख्यालय के अनुसार इसमें एक प्राथमिकी अभियुक्त अतुल राय पिता स्वर्गीय मथुरा यादव एवं एक प्राथमिकी अभियुक्त अभिषेक उर्फ करण पिता भीम यादव को गिरफ्तार किया गया है.
"इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. उपद्रवियों और उन्माद फैलाने वालों को चिन्हित कर करने दर्ज कर आज की कार्रवाई की जा रही है फरार अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु लगता छापेमारी चल रही है. अफवाह फैलाने वालों पर निगरानी रखी जा रही है. इन लोगों के ऊपर कठोर कार्रवाई की जाएगी"- जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी
युवक की मौत के बाद हुआ बवालः बता दें कि छपरा के मुबारकपुर में मुखिया पति और उनके समर्थकों ने तीन युवकों की बुरी तरह से पिटाई कर दी थी. जिसमें से एक युवक अमितेश की मौत हो गई थी. बाकी दोनों युवक पीएमसीएच में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं. बीते रविवार को हुई युवक की मौत से गुस्साए लोगों ने मुखिया सहित कई लोगों के घरों में आग लगा दी थी. मौत से नाराज घर वालों ने स्थानीय लोगों के साथ जमकर तोड़फोड़ भी की और आरोपी के घरों को आग के हवाले कर दिया. जिसके बाद गांव में अफरा-तफरी का माहौल हो गया था. गांव के सभी पुरुष घर छोड़कर फरार हो चुके हैं.
पांच लोगों पर नामजद प्राथमिकी ः सारण एसपी गौरव मंगला भी घटना के बाद मुबारकपुर गांव में काफी देर तक डेरा डाले हुए थे. इस मामले में एक आरोपी की गिरफ्तारी भी की जा चुकी है. बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस तेजी से छापेमारी कर रही है. मुखिया पति विजय यादव और उसके समर्थकों पर अमितेश की लिंचिंग कर हत्या का आरोप है. मृतक के पिता के बयान पर मांझी थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. दर्ज प्राथमिकी में पांच नामजद और 50 अज्ञात को आरोपित किया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि मुखिया पति विजय यादव द्वारा एक साजिश के तहत सिधरिया टोला स्थित अपने मुर्गा फार्म पर बुलाकर तीन युवकों की बेरहमी से पिटाई कराई गई. जिसमें अमितेश कुमार की इलाज के दौरान मौत हो गई.
पहले मुखिया पति पर हुई थी फायरिंगः दरअसल इस घटना के दो-तीन दिन पूर्व 2 फरवरी को एक मुखिया पति विजयी यादव पर फायरिंग हुआ थी. फायरिंग मामले में मुखिया पति और उनके समर्थकों ने तीन युवकों की बांधकर बुरी तरह से पिटाई कर दी थी. जिसमें से एक युवक की मौत हो गई. इसके जवाब में मृतक के परिजनों ने आरोपी मुखिया के घर बदले की कार्रवाई में आग लगा दी. फिलहाल इस घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है. पुलिस गांव में कैंप किए हुए है.