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इंडोनेशियाई राष्ट्रपति बोले- मेरा DNA भारतीय, भारतीय संगीत सुनने पर नाचने लगता हूं - INDONESIAN PRESIDENT SUBIANTO

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो भारत के 76वें गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि थे. पीएम मोदी के आमंत्रण पर वह भारत की यात्रा पर आए.

President of Indonesia Prabowo Subianto
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियान्तो (ANI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 27, 2025, 10:05 AM IST

नई दिल्ली: इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियान्तो ने भारत और इंडोनेशिया के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों के बारे में बात की. उन्होंने इंडोनेशियाई संस्कृति, भाषा और आनुवंशिकी पर प्राचीन भारतीय सभ्यता के प्रभाव पर जोर दिया. राष्ट्रपति प्रबोवो के सम्मान में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा भोज का आयोजन किया गया था. इस दौरान उन्होंंने यह बात कही.

राष्ट्रपति सुबियांतो ने इंडोनेशियाई भाषा और जेनेटिक्स सिक्वेसिंग टेस्ट पर भारतीय प्रभाव पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा, 'कुछ सप्ताह पहले मैंने अपना जेनेटिक्स सिक्वेसिंग टेस्ट और डीएनए परीक्षण कराया जिसमें पता चला कि मेरा डीएनए भारतीय है. हर कोई जानता है कि जब मैं भारतीय संगीत सुनता हूं तो मैं नाचने लगता हूं.'

राष्ट्रपति सुबियान्तो ने गरीबी उन्मूलन और हाशिए पर पड़े लोगों की मदद करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और प्रतिबद्धता की भी सराहना की. साथ ही कहा कि उन्होंने स्वयं पिछले कुछ दिनों में उनसे बहुत कुछ सीखा है. इंडोनेशियाई राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें भारत आने पर गर्व है और उन्होंने आने वाले वर्षों में भारत के लोगों के लिए समृद्धि, शांति और महानता की कामना की.

सुबियांतो ने कहा, 'मुझे यहां (भारत में) आकर बहुत गर्व महसूस हो रहा है. मैं कोई पेशेवर राजनीतिज्ञ नहीं हूं, मैं कोई अच्छा कूटनीतिज्ञ नहीं हूं, मैं वही कहता हूं जो मेरे दिल में है. मैं यहां कुछ दिनों के लिए आया था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और प्रतिबद्धताओं से बहुत कुछ सीखा. गरीबी उन्मूलन, हाशिए पर पड़े लोगों की मदद करने और समाज के सबसे कमजोर तबके की मदद करने की उनकी प्रतिबद्धता हमारे लिए प्रेरणा है.'

उन्होंने कहा, 'मैं भारत के लोगों के लिए आने वाले वर्षों में समृद्धि, शांति और महानता की कामना करता हूं. मैं इंडोनेशिया और भारत को घनिष्ठ साझेदार और मित्र बने रहना चाहता हूं.' उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी के निमंत्रण पर राष्ट्रपति सुबियांटो 23-26 जनवरी तक भारत की राजकीय यात्रा पर आए. वे भारत के 76वें गणतंत्र दिवस के समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे. उनके साथ इंडोनेशिया सरकार के कई मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों तथा एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल सहित एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया था.

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो की दिल्ली यात्रा के दौरान स्वास्थ्य, पारंपरिक चिकित्सा और समुद्री सुरक्षा सहित व्यापक क्षेत्रों पर पांच समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर और नवीनीकरण किया गया. केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और इंडोनेशिया के स्वास्थ्य मंत्रालय के बीच स्वास्थ्य सहयोग पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए.

भारतीय तटरक्षक बल और इंडोनेशिया के बाकामला के बीच समुद्री सुरक्षा एवं संरक्षा सहयोग पर समझौता ज्ञापन को नवीनीकृत किया गया. आयुष मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले भारतीय चिकित्सा एवं होम्योपैथी के लिए फार्माकोपिया आयोग और इंडोनेशियाई खाद्य एवं औषधि प्राधिकरण के बीच पारंपरिक चिकित्सा गुणवत्ता आश्वासन के क्षेत्र में एक अन्य समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए.

ये भी पढ़ें- भारत-इंडोनेशिया संबंधों में स्वास्थ्य सेवा सहयोग क्यों है अहम? पीएम मोदी की वार्ता से खुले नए आयाम

नई दिल्ली: इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियान्तो ने भारत और इंडोनेशिया के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों के बारे में बात की. उन्होंने इंडोनेशियाई संस्कृति, भाषा और आनुवंशिकी पर प्राचीन भारतीय सभ्यता के प्रभाव पर जोर दिया. राष्ट्रपति प्रबोवो के सम्मान में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा भोज का आयोजन किया गया था. इस दौरान उन्होंंने यह बात कही.

राष्ट्रपति सुबियांतो ने इंडोनेशियाई भाषा और जेनेटिक्स सिक्वेसिंग टेस्ट पर भारतीय प्रभाव पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा, 'कुछ सप्ताह पहले मैंने अपना जेनेटिक्स सिक्वेसिंग टेस्ट और डीएनए परीक्षण कराया जिसमें पता चला कि मेरा डीएनए भारतीय है. हर कोई जानता है कि जब मैं भारतीय संगीत सुनता हूं तो मैं नाचने लगता हूं.'

राष्ट्रपति सुबियान्तो ने गरीबी उन्मूलन और हाशिए पर पड़े लोगों की मदद करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और प्रतिबद्धता की भी सराहना की. साथ ही कहा कि उन्होंने स्वयं पिछले कुछ दिनों में उनसे बहुत कुछ सीखा है. इंडोनेशियाई राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें भारत आने पर गर्व है और उन्होंने आने वाले वर्षों में भारत के लोगों के लिए समृद्धि, शांति और महानता की कामना की.

सुबियांतो ने कहा, 'मुझे यहां (भारत में) आकर बहुत गर्व महसूस हो रहा है. मैं कोई पेशेवर राजनीतिज्ञ नहीं हूं, मैं कोई अच्छा कूटनीतिज्ञ नहीं हूं, मैं वही कहता हूं जो मेरे दिल में है. मैं यहां कुछ दिनों के लिए आया था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और प्रतिबद्धताओं से बहुत कुछ सीखा. गरीबी उन्मूलन, हाशिए पर पड़े लोगों की मदद करने और समाज के सबसे कमजोर तबके की मदद करने की उनकी प्रतिबद्धता हमारे लिए प्रेरणा है.'

उन्होंने कहा, 'मैं भारत के लोगों के लिए आने वाले वर्षों में समृद्धि, शांति और महानता की कामना करता हूं. मैं इंडोनेशिया और भारत को घनिष्ठ साझेदार और मित्र बने रहना चाहता हूं.' उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी के निमंत्रण पर राष्ट्रपति सुबियांटो 23-26 जनवरी तक भारत की राजकीय यात्रा पर आए. वे भारत के 76वें गणतंत्र दिवस के समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे. उनके साथ इंडोनेशिया सरकार के कई मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों तथा एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल सहित एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया था.

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो की दिल्ली यात्रा के दौरान स्वास्थ्य, पारंपरिक चिकित्सा और समुद्री सुरक्षा सहित व्यापक क्षेत्रों पर पांच समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर और नवीनीकरण किया गया. केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और इंडोनेशिया के स्वास्थ्य मंत्रालय के बीच स्वास्थ्य सहयोग पर समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए.

भारतीय तटरक्षक बल और इंडोनेशिया के बाकामला के बीच समुद्री सुरक्षा एवं संरक्षा सहयोग पर समझौता ज्ञापन को नवीनीकृत किया गया. आयुष मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले भारतीय चिकित्सा एवं होम्योपैथी के लिए फार्माकोपिया आयोग और इंडोनेशियाई खाद्य एवं औषधि प्राधिकरण के बीच पारंपरिक चिकित्सा गुणवत्ता आश्वासन के क्षेत्र में एक अन्य समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए.

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