सारण: स्कूली बच्चों को लाने-जाने वाली बसें नियमों की अनदेखी कर चलाई जा रही हैं. सुरक्षा के मद्देनजर बसों में जरूरी उपकरणों का अभाव है. जिले में चलने वाली ज्यादातर बसों में अग्निशमन यंत्र नहीं हैं. फर्स्ट एड बॉक्स भी नहीं है और न ही पीने के पानी की कोई व्यवस्था है.
बसों में क्षमता से ज्यादा बच्चे
सुरक्षा मानकों के अनुसार स्थानीय थाना के साथ-साथ जिले के वरीय अधिकारिओं का भी फोन नंबर बस पर लिखा होना चाहिए. अधिकांश स्कूली बसों के स्टाफ बिना वर्दी के होते हैं. बसों में क्षमता से ज्यादा बच्चे ढोए जा रहे हैं. इस वजह से कई बच्चे बस में खड़े होकर ही सफर करते हैं.
स्कूलों को दिए गए हैं निर्देश
जिला परिवहन पदाधिकारी जयप्रकाश नारायण ने कहा कि सभी स्कूलों के संचालकों को इस संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं. स्कूलों को अपने बसों का नंबर विभाग में दर्ज कराना होगा. साथ ही उन्हें कह दिया गया है कि बसों में तय मानक के अनुसार जरूरी उपकरण जरूर रखें. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.