छपरा: भीषण गर्मी में पूरे बिहार में पेयजल का संकट उत्पन्न हो गया है. पेयजल के साथ बिजली की सुचारू व्यवस्था नहीं होने के कारण समस्या और भी विकराल होती जा रही है.
जिला प्रशासन इस समस्या का समाधान करने में जुटा है. लेकिन प्रशासन का यह प्रयास ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रहा है. आज जिले के नगरा प्रखंड में लोगों के सब्र का बांध टूट गया. बिजली और पानी के लिए सड़क पर पुरूष महिलाएं समेत बच्चे भी उतर कर प्रदर्शन करते हुए कई जगहों पर जाम लगा दिया.
15 दिनों से ठप है जल आपूर्ति
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यहां करीब 15 दिनों से जल संकट ज्यादा गहरा गया है. भीषण गर्मी के कारण विद्युत आपूर्ति भी पूरी तरह से चरमरा गई है. इसके कारण पानी की आपूर्ति करने वाले पंप पूरी तरह से ठप पड़ गए हैं. लो वोल्टेज के कारण मोटर नहीं चल पा रहा है. इस वजह से पानी की सप्लाई पुरी तरह से बाधित है. गौरतलब है कि 7 दिनों से विधुत आपूर्ति बाधित है. बिजली भी एक दो घंटे के लिए ही आ रही है.
बूंद-बूंद पानी के लिए तरसे लोग
जिले में जलस्तर में काफी कमी आई है. हैण्ड पंप से लेकर बोरिंग से भी पानी नहीं आ रहा है. नगरा प्रखंड में 15 दिनों से पानी की सप्लाई बाधित होने के कारण स्थानीय लोगों में काफी गुस्सा है. पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहे लोगों के सब्र का बांध टूट गया. नाराज लोग सड़क पर उतर कर जिलाधिकारी को बुलाने की मांग करने लगे. स्थानीय पुलिस प्रशासन ने लोगों को समझाने-बुझाने का हरसंभव प्रयास किया. लेकिन लोगों ने जाम नहीं हटाया. जाम के कारण भीषण गर्मी में सफर करने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा. जाम को लेकर स्थानीय लोगों और वाहन चालकों के बीच नोक-झोंक भी हुई.
हर संभव प्रयास कर रही जिला प्रशासन
वही सारण डीएम ने जिले में उत्पन्न जल समस्या पर बताया कि प्रशासन हर सम्भव प्रयास कर रहा है. प्रभावित इलाकों मे टैंकर के माध्यम से जलापूर्ति की जा रही है. जहां जरूरत पड़ रही है वहां चापाकल लगाया जा रहा है.