छपरा: सारण (Saran) जिलाधिकारी डॉ निलेश रामचंद्र देवरे (DM Dr. Nilesh Ramchandra Deore) ने सोमवार को मढ़ौरा के डीजल इंजन कारखाने (Diesel Engine Factory) का भ्रमण किया. इस दौरान उन्होंने डीजल इंजन बनाने की सारी प्रक्रियाओं को देखा और वहां से बनकर निकलने वाले एक इंजन को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया. इस दौरान जिलाधिकारी के साथ डीजल इंजन कारखाने के महाप्रबंधक (General Manager) और जिला प्रशासन के सभी अधिकारी समेत कई अधिकारी मौजूद रहे.
ये भी पढ़ें:जयनगर-जनकपुर-कुर्था नेपाल रेलखंड पर जल्द दौड़ेंगी ट्रेनें, CRS कोलकाता ने सुरक्षा मानकों का लिया जायजा
गौरतलब है कि सारण के मढ़ौरा थाना क्षेत्र के ताल पुरैनी नामक स्थान पर जीई कम्पनी के द्वारा डीजल लोकोमोटिव इंजन का निर्माण किया जाता है. हालांकि यहां पर डीजल लोकोमोटिव इंजन के निर्माण के लिए फैक्ट्री का निर्माण किया गया है लेकिन इस डीजल लोकोमोटिव फैक्ट्री का काम केवल असेंबलिंग का है.
जबकि, यहां पर पूर्ण रूप से डीजल इंजन कारखाने का निर्माण होना था लेकिन कुछ तकनीकी कारणों से यहां पर डीजल इंजन कारखाने में डीजल इंजन का निर्माण नहीं हो कर केवल असेंबलिंग पॉइंट बना दिया गया है. जिसके कारण स्थानीय लोगों ने कई बार विरोध प्रदर्शन भी किया है.
इसी दौरान जिलाधिकारी डॉ निलेश रामचंद्र देवरे ने मढ़ौरा में बनने वाले उप मंडल कारा के लिए भी चयनित भूमि का स्थलीय निरीक्षण किया. और इस पूरे जमीन की अद्यतन जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिया.
बता दें कि गौरतलब है कि मढ़ौरा में उप मंडल कारा बनाने के लिए जमीन के चयन की अंतिम प्रक्रिया चल रही है और जल्दी ही मरहौरा में उप मंडल कारा बनाया जाएगा क्योंकि छपरा मंडल कारा में कैदियों की संख्या दोगुनी से भी ज्यादा हो गयी है. इसलिए यहां पर एक अतिरिक्त जेल बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई है और उसके लिए मरहौरा में जमीन का चयन किया गया है.
ये भी पढ़ें:खतरे में है भागलपुर में रेल लाइनों की सुरक्षा, पुलिस बेपरवाह