छपरा: 'बालू माफिया के लोगों ने पहले पेट्रोल मंगाया. फिर आसपास खड़े ट्रकों पर पेट्रोल छिड़का, मुझ पर और मेरे साथ सैप जवानों पर भी पेट्रोल छिड़का. हम लोगों को जिंदा जलाने की कोशिश की गई. किसी तरह हम लोग जान बचाकर भागे.' छपरा जिले के खनन इंसपेक्टर अंजनी कुमार (Mining Inspector Anjani Kumar) के चेहरे पर बालू माफियाओं का खौफ साफ दिखाई दे रहा है. तो क्या बिहार में बालू माफिया के आज अंजनी जैसे लोग लाचार, डरे हुए और नाराज है.
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छपरा में खनन इंस्पेक्टर को जिंदा जलाने की कोशिश : 20 फरवरी 2023, सोमवार की शाम को याद कर खनन इंस्पेक्टर अंजनी कुमार बताते हैं कि उस दिन शाम के शाम के 6:30 या 7 बजे होंगे. मैं ड्यूटी पर था. गोविंदचक की तरह बालू लदे एक ट्रक को मैंने देखा. मेरे साथ तीन जवान थे. मैंने ट्रक को सोनपुर के शिवबचन सिंह चौक के पास चेकपोस्ट पर कवर करने की कोशिश की. मैंने उसे पकड़ लिया. एक ट्रेक चेक पोस्ट से आगे निकल गई, जो हाजीपुर की तरफ भागने लगा.
''मैंने अपने साथी जवान को कहा कि आप इसे देखिए, मैं आगे वाली गाड़ी को देखता हूं. लेकिन कुछ ही देर में ट्रक हमारे क्षेत्र से बाहर चला गया था. इस बीच, मैंने अपने माइंस इंस्पेक्टर से बात की और संबंधित थाने को सूचना दी. इसके बाद मैं वापस लौट गया.'' - अंजनी कुमार, खनन इंसपेक्टर, सारण (छपरा)
'लू माफियाओं ने ट्रक को ओवरटेक किया.. फिर' : इंसपेक्टर ने बताया कि, जिस ट्रक को हमने पकड़ा था उसका चालक भाग गया था. इसलिए, मैंने अपने ड्राइवर को ट्रक को जब्ती स्थान पर लेकर जाने के लिए कहा. इसके बाद ट्रक के साथ मेरी भी गाड़ी चल रही ती. कुछ दूर आगे जैंसे ही ट्रक अंडरपास के पास पहुंची. एक व्हाइट रंग की बोलेरो ने जब्त ट्रक को ओवरटेक कर रोक लिया. मेरी गाड़ी में मेरे साथ एक सैप जवान और दूसरा सैप जवान ट्रक में था.
'पेट्रोल छिड़का.. कहा जिंदा जला दो' : ''तब तक मैं पूरा माजरा समझ चुका था. मैं अपनी गाड़ी से उतर उन लोगों (बालू माफिया) के पास गया और समझाने की कोशिश की. इतने में एक आदमी ट्रक पर पेट्रोल छिड़ने लगा. एक और आदमी ने मुझे लाठी से मारने की कोशिश की और मेरी तरफ माचिस लेकर दौड़ा. इतने में सैप जवान में उसे रोक लिया. लेकिन हालात बिगड़ता देख मैं सैंप जवानों के साथ वहां से निकल गया. बालू माफिया द्वारा ट्रक को छुड़ाने के लिए यह सब किया गया. मामले में एफआईआर दर्ज करा दिया गया है.''
'काम करना मुश्किल तो है लेकिन..' : छपरा में इससे पहले खनन पदाधिकारी संतोष कुमार के ऊपर भी बालू माफियाओं ने हमला किया था, जिससे वे और उनका ड्राइवर घायल हो गए थे. खनन पदाधिकारी संतोष कुमार ने बताया कि इस मामले में एसपी को सूचना दे दी गई है. मुख्यालय को भी सूचित कर घटना के बारे में बयान दर्ज करा दिया गया है. उन्होंने बताया कि सारण जिला अवैध परिवहन को लेकर सेंसेटिव है. यहां काम करना मुश्किल तो है, लेकिन सरकार का काम है, इसलिए काम करना है. हालांकि सुरक्षा के लिए ज्यादा फोर्स की जरूरत है. अभी फोर्स की कमी है.
''एक अप्रैल 2022-2013 से अब तक वाहनों को जब्त करके 30 करोड़ की वसूली की गई है. बिहार के सारण जिले में अब तक की ये सबसे बड़ी रकम है. जबकि पिछले साल दंड के रूप में 29 करोड़ की वसूली की गई थी.'' - संतोष कुमार, खनन पदाधिकारी, सारण (छपरा)