सारण: कोरोनाकाल में बाढ़ के कारण लोगों की परेशानी काफी बढ़ी हुई है. मशरक-गोपालगंज के सोनवलिया और देवापुर बांध टूटने से बाढ़ की पानी गांवों में घुस गया है. जिस कारण रोड का कटाव लगातार जारी है. जिससे लोगों को आवागमन और जरूरी सामानों की खरीदारी के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर यातायात करना पड़ रहा है.
लोगों ने बांस की सहायता से चचरी पुल बनाया है और उस पर बाइक लेकर आना-जाना कर रहे हैं. स्थानीय कवलपुरा पंचायत के भावी मुखिया प्रत्याशी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि हमें अगर मशरक, डुमरसन बाजार जाना होता है तो 35 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ रही हैं. कई बार सारण जिलाधिकारी को इसके लिए आवेदन दिया गया है लेकिन कोई पहल नहीं की गई.
नाकाफी साबित हो रही सरकारी मदद
मीडिया की पहल से चैनपुर ओवर ब्रिज के पास लोगों को नाव दी गई है. लेकिन बहरौली बाजार से होते हुए चान्दबरवां, बड़वाघाट, छपियां गांव के ग्रामीणों की ओर से 7 जगहों पर बांस की मदद से चचरी का निर्माण कराया गया है. किसी तरह एसएच 73 से संंम्पर्क सड़क गांव से गुजरते हुए तेज पानी के बहाव से कई जगह टूट चुका है. पानी का कटाव होने के कारण सारे गांव का आवागमन बाधित हो गया है. लोग परेशान होकर नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं.