सारण(छपरा): जिले के जलालपुर थाना क्षेत्र के बसडीला के 17 वर्षीय छात्र आदित्य के अपहरण और दो महीने बाद हत्या करने की घटना का पुलिस अब तक खुलासा नहीं कर पाई है. साथ ही दो साल पहले बसडिला पंचायत के सचिव हरेराम यादव के अपहरण कर हत्या कर देने की घटना का 2 साल बाद भी पुलिस कोई सुराग नहीं ढूंढ पाई है. जिस कारण पुलिस प्रशासन के सुस्त रवैये पर पर प्रश्न चिन्ह खड़े कर रहा है.
31 अक्टूबर को परिवार ने दी अपहरण की सूचना
ताजा घटना आदित्य के अपहरण व हत्या की है. इस मामले में 31 अक्टूबर को आदित्य के पिता बसडीला गांव निवासी विनय प्रसाद ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी. उसका शव शनिवार को बरामद किया गया है. जिसकी पहचान उसके पिता विनय प्रसाद ने की पुलिस के द्वारा शव का डीएनए टेस्ट करा कर जलालपुर थाना लाया गया. लेकिन परिजनों को शव सौंपने पुलिस के द्वारा आनाकानी की जा रही थी. जिसको लेकर ग्रामीणों ने थाना पर हंगामा किया बाद में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के हस्तक्षेप से मामले को शांत कराया.
ग्रामीणों का आरोप- पीड़ित परिवार को परेशान कर रही है पुलिस
वहीं, ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस अपहरण व हत्या केस मामले में कार्रवाई करने के बजाय पीड़ित पक्ष को ही परेशान कर रही है. गौरतलब है कि 29 अक्टूबर की रात आदित्य अपने घर से गायब हो गया था. इस मामले में परिजनों का आरोप है कि फिरौती की भी मांग की गई थी. इसकी जानकारी थाने को भी दी गई थी. इस संबंध में एसपी से भी शिकायत की गई थी. एसपी ने एसआईटी का गठन कर दिया था. लेकिन डेढ़ माह में एसआईटी ने इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं कार्रवाई की. हम प्रशासन से जल्द से जल्द हत्यारों को गिरफ्तार कर फांसी की मांग करते हैं.