छपरा: बिहार के जिस छपरा शराब कांड (Chapra Hooch Tragedy) में 70 से अधिक लोगों की जान चली गई थी, अब उस मामले को लेकर सर्वोच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका (PIL) दाखिल की गई है. याचिकाकर्ता ने जहरीली शराब कांड की जांच एसआईटी से कराए जाने के साथ-साथ पीड़ित परिवारों को आर्थिक मदद दिए जाने की भी मांग की है. सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर आगामी 9 जनवरी को सुनवाई करेगा. इतना ही नहीं, याचिका में यह भी मांग की गई है कि बिहार में अवैध शराब के निर्माण और बिक्री पर रोक सुनिश्चित की जाए.
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छपरा में जहरीली शराब कांड में 73 लोगों की मौत: छपरा के मशरख में जहरीली शराब पीने से 73 लोगों की मौत (Death due to alcohol in Bihar) हो चुकी है. हालांकि सरकारी आंकड़ा 38 है. इस मामले के सामने आने के बाद पूरे बिहार में खलबली मची है. सारण के मशरक, मढ़ौरा, इसुआपुर और अमनौर प्रखंड में ही ये मौतें हुईं हैं. इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए तस्करी करने वाले 150 से ज्यादा धंधेबाजों को गिरफ्तार किया है.
छपरा शराबकांड का मास्टरमाइंड दिल्ली से गिरफ्तार: पिछले दिनों ही इस मामले में होम्योपैथिक दवा से शराब बनाने वाले मास्टरमाइंड को दिल्ली से गिरफ्तार (Chapra Hooch Tragedy mastermind Ram Babu arrested) किया गया है. इस मास्टरमाइंड का नाम राम बाबू है, उसकी उम्र 35 वर्ष बताई जा रही है. शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी ने शराब में केमिकल डालकर उसे तैयार किया था, जिसे पीने की वजह से कई लोगों की जान चली गई थी.
जहरीली शराब का मुख्य आपूर्तिकर्ता गिरफ्तार: छपरा जहरीली शराबकांड में जिस शराब को पी कर लोग मर थे. वो मिलावटी शराब बनाने का मुख्य आपूर्तिकर्ता गिरफ्तार कर लिया गया है. मुख्य आपूर्तिकर्ता संजीव कुमार को वाराणसी से गिरफ्तार करने के बाद, इस घटना में अबतक 16 अभियुक्तों की गिरफ्तारी हो चुकी है. मामले की जांच के क्रम में आये तथ्यों के आधार पर इस घटना में और कौन-कौन शामिल है, उन अपराधकर्मियों को चिन्हित कर गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है.
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