सारण (छपरा): जिले के सदर अस्पताल में मरीजों के साथ दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है. इस अस्पताल में कर्मचारियों और डॉक्टरों की लापरवाही के कारण मरीजों की स्थिति काफी दयनीय देखने को मिली. इस बारे में अस्पताल प्रबंधन से पूछा गया तो अधिकारी कुछ भी बोलने से बचते नजर आए. सभी डॉक्टर और अन्य वरीय अधिकारी एक-दूसरे से बात करने की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ते नजर आए.
बेड के निचे तड़प रहा था व्यक्ति
छपरा सदर अस्पताल में शुक्रवार की देर रात पुलिस प्रशासन ने एक अज्ञात व्यक्ति को भर्ती कराया था. यह व्यक्ति नशे का शिकार हो जाने के कारण अचेत अवस्था में था. वहीं शनिवार को देखा गया कि वह अज्ञात व्यक्ति सदर अस्पताल के 12 नंबर रूम में बेड के नीचे तड़प रहा है. इस व्यक्ति को कोई पूछने वाला नहीं था. इसे देखकर अस्पताल में उपस्थित लोग काफी असहज महसूस कर करने लगे थे. लेकिन अस्पताल के कर्मचारियों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा था. सभी कर्मचारी अपने में मशगूल थे.
व्यक्ति के गिरने की कही गई बात
इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के सीएस डॉ. मदेश्वर झा ने कहा कि उस अज्ञात व्यक्ति के साथ में कोई नहीं था. इसके कारण वह व्यक्ति बेड के नीचे गिर गया होगा. उन्होंने इस मामले में कुछ बोलने से इंकार कर दिया और इस संबंध में उपाधीक्षक से बात करने की बात कही.
बेड के निचे व्यक्ति का इलाज
इस मामले में पुलिस ने जब उपाधीक्षक से पूछताछ किया तो उन्होंने कहा कि अज्ञात व्यक्ति बेड से गिरा नहीं है, बल्कि उसे फर्श पर सुलाया गया है. इससे व्यक्ति बेड से नीचे न गिर सके. लेकिन दोनों अधिकारियों की बातों का यह अंतर सोचने पर मजबूर कर देता है कि सदर अस्पताल में मरीजों का इलाज बेड के नीचे भी होता है. व्यक्ति को देखने से ऐसा लग रहा था कि उसे सुलाया नहीं गया था, बल्कि व्यक्ति बेड से निचे गिरकर तड़प रहा था. सदर अस्पताल के इस विधि व्यवस्था पर अनेकों सवाल खड़े किए जा रहे हैं.