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सारण जिले के प्रभारी मंत्री ने की समीक्षा बैठक, बोले- बाढ़ पीड़ितों के लिए संवेदनशील है सरकार - परसा विधायक छोटेलाल राय

सारण जिले के प्रभारी मंत्री सुमित कुमार सिंह ने समाहरणालय सभागार में बाढ़ और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से संबंधित समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने जिले के पदाधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिये.

मंत्री सुमित कुमार सिंह
मंत्री सुमित कुमार सिंह
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Published : Sep 15, 2021, 10:59 PM IST

सारण: बिहार सरकार (Bihar Government) में विज्ञान एवं प्रौद्यौगिकी मंत्री (Minister of Science and Technology) और सारण (Saran) जिले के प्रभारी मंत्री सुमित कुमार सिंह (Minister Sumit Kumar Singh) ने बुधवार को छपरा में बाढ़, अतिवृष्टि और अन्य आपदाओं से संबंधित समीक्षा बैठक की. इस दौरान मंत्री ने प्राकृतिक और अप्राकृतिक आपदा से मृत हुए कुल 48 लोगों के आश्रितों को अनुग्रह अनुदान के रूप में प्रत्येक को 4 लाख रुपये की स्वीकृत राशि वितरित किया.

ये भी पढ़ें:मंत्री अशोक चौधरी ने रोहतास में अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक, दिए कई निर्देश

समाहरणालय सभागार में आयोजित इस बैठक में अपर समाहर्त्ता डॉ गगन ने मंत्री को जानकारी देते हुए बताया कि 13 सितम्बर 2021 तक कुल 1279.58 एमएम वर्षा होने की सूचना है, जबकि सामान्य वर्षापात 1001.36 एमएम तक अनुमानित था. सरकार के आकलन से 21.79 एमएम वर्षापात ज्यादा रिकार्ड की गयी है. वहीं इस साल जिले में अबतक कुल 11 अंचलों के बाढ़ से प्रभावित होने की जानकारी दी. जिसमें रिविलगंज, सदर छपरा, गरखा, अमनौर, परसा, मकेर, पानापुर, तरैया, दरियापुर, दिघवारा और सोनपुर शामिल है.

देखें ये वीडियो

पदाधिकारियों की ओर से प्रभारी मंत्री सुमित कुमार सिंह को बताया गया कि इस साल बाढ़ के दौरान 297 नाव और एसडीआरएफ के तीन दलों के साथ 08 मोटरबोट से लोगों को सहायता प्रदान की गयी. वहीं बाढ़ से प्रभावित लोगों के भोजन के लिये 41 सामुदायिक रसोई के संचालन किया गया. वहीं बाढ़ और अतिवृष्टि के कारण कुल 85321.6 हेक्टेयर क्षेत्र मे लगी फसल की क्षति होने की जानकारी दी गयी.

बैठक में उपस्थित विधायक, पार्षद और महापौर ने विभिन्न समस्याओं के बारे में बताया. सभी समस्याओं को गंभीरता से सुनने के बाद प्रभारी मंत्री ने संबंधित पदाधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया. मंत्री सुमित कुमार सिंह ने कहा कि सरकार आमजनों के कल्याण और राहत के लिए सतत प्रयत्नशील है. इसी कारण वे स्वयं जिले में बाढ़ से हुई क्षति का आकलन करने के लिये पहुंचे हैं. क्षति की वास्तविक स्थिति की जानकारी वे मुख्यमंत्री को देंगे.

मंत्री ने राहत कार्य में लगे विभिन्न विभाग के पदाधिकरियों को पूरी पारदर्शिता से तत्परतापूर्वक अपने कर्तव्यों का निवर्हन करने का कहा. उन्होंने स्पष्ट रुप से कहा कि ढिलाई और लापरवाही बरतने वाले पदाधिकारियों के विरुद्ध सख्त अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी. वहीं सोनपुर में गंगा के कटाव के कारण गिरे घरों के बारे में प्रभारी मंत्री और महाराजगंज सांसद ने कहा कि शीघ्र ही उन लोगों को सरकारी सहायता दी जाएगी.

गौरतलब है कि बिहार सरकार के सभी मंत्रियों को अलग-अलग जिलों का प्रभार दिया गया है. सभी जिलों में वहां के प्रभारी मंत्री के द्वारा जिले में बाढ़, और अन्य प्राकृतिक आपदा को लेकर समीक्षा बैठक की जा रही है. उसी क्रम में छपरा में भी समीक्षा बैठक आयोजित की गई. जिसमें महाराजगंज से सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल के साथ जिले के विधायक, पार्षद, महापौर के साथ जिलास्तरीय पदाधिकारी, सभी अंचलाधिकारी और संबंधित कर्मी उपस्थित रहे.

ये भी पढ़ें:मुंगेर: उपमुख्यमंत्री ने की समीक्षा बैठक, बोले- सभी बाढ़ पीड़ितों को मिलेगा मुआवजा

सारण: बिहार सरकार (Bihar Government) में विज्ञान एवं प्रौद्यौगिकी मंत्री (Minister of Science and Technology) और सारण (Saran) जिले के प्रभारी मंत्री सुमित कुमार सिंह (Minister Sumit Kumar Singh) ने बुधवार को छपरा में बाढ़, अतिवृष्टि और अन्य आपदाओं से संबंधित समीक्षा बैठक की. इस दौरान मंत्री ने प्राकृतिक और अप्राकृतिक आपदा से मृत हुए कुल 48 लोगों के आश्रितों को अनुग्रह अनुदान के रूप में प्रत्येक को 4 लाख रुपये की स्वीकृत राशि वितरित किया.

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समाहरणालय सभागार में आयोजित इस बैठक में अपर समाहर्त्ता डॉ गगन ने मंत्री को जानकारी देते हुए बताया कि 13 सितम्बर 2021 तक कुल 1279.58 एमएम वर्षा होने की सूचना है, जबकि सामान्य वर्षापात 1001.36 एमएम तक अनुमानित था. सरकार के आकलन से 21.79 एमएम वर्षापात ज्यादा रिकार्ड की गयी है. वहीं इस साल जिले में अबतक कुल 11 अंचलों के बाढ़ से प्रभावित होने की जानकारी दी. जिसमें रिविलगंज, सदर छपरा, गरखा, अमनौर, परसा, मकेर, पानापुर, तरैया, दरियापुर, दिघवारा और सोनपुर शामिल है.

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पदाधिकारियों की ओर से प्रभारी मंत्री सुमित कुमार सिंह को बताया गया कि इस साल बाढ़ के दौरान 297 नाव और एसडीआरएफ के तीन दलों के साथ 08 मोटरबोट से लोगों को सहायता प्रदान की गयी. वहीं बाढ़ से प्रभावित लोगों के भोजन के लिये 41 सामुदायिक रसोई के संचालन किया गया. वहीं बाढ़ और अतिवृष्टि के कारण कुल 85321.6 हेक्टेयर क्षेत्र मे लगी फसल की क्षति होने की जानकारी दी गयी.

बैठक में उपस्थित विधायक, पार्षद और महापौर ने विभिन्न समस्याओं के बारे में बताया. सभी समस्याओं को गंभीरता से सुनने के बाद प्रभारी मंत्री ने संबंधित पदाधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया. मंत्री सुमित कुमार सिंह ने कहा कि सरकार आमजनों के कल्याण और राहत के लिए सतत प्रयत्नशील है. इसी कारण वे स्वयं जिले में बाढ़ से हुई क्षति का आकलन करने के लिये पहुंचे हैं. क्षति की वास्तविक स्थिति की जानकारी वे मुख्यमंत्री को देंगे.

मंत्री ने राहत कार्य में लगे विभिन्न विभाग के पदाधिकरियों को पूरी पारदर्शिता से तत्परतापूर्वक अपने कर्तव्यों का निवर्हन करने का कहा. उन्होंने स्पष्ट रुप से कहा कि ढिलाई और लापरवाही बरतने वाले पदाधिकारियों के विरुद्ध सख्त अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी. वहीं सोनपुर में गंगा के कटाव के कारण गिरे घरों के बारे में प्रभारी मंत्री और महाराजगंज सांसद ने कहा कि शीघ्र ही उन लोगों को सरकारी सहायता दी जाएगी.

गौरतलब है कि बिहार सरकार के सभी मंत्रियों को अलग-अलग जिलों का प्रभार दिया गया है. सभी जिलों में वहां के प्रभारी मंत्री के द्वारा जिले में बाढ़, और अन्य प्राकृतिक आपदा को लेकर समीक्षा बैठक की जा रही है. उसी क्रम में छपरा में भी समीक्षा बैठक आयोजित की गई. जिसमें महाराजगंज से सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल के साथ जिले के विधायक, पार्षद, महापौर के साथ जिलास्तरीय पदाधिकारी, सभी अंचलाधिकारी और संबंधित कर्मी उपस्थित रहे.

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