ETV Bharat / state

सारण जहरीली शराब कांड: शराब पीते ही अजय की आंखों की गई रोशनी, मुन्ना के ही दुकान से खरीदी थी शराब - जहरीली शराब से आंखों की रोशनी खत्म

छपरा में जहरीली शराब से हो रही मौत (Suspected death of people in Saran) के बीच अब आंखों से रोशनी जाने का सिलसिला शुरू हो गया है. दक्षिण टोला निवासी एक शख्स ने बताया कि शराब पीते ही आंखों की रोशनी पूरी तरीके से चली गई है. पढ़ें पूरी रिपोर्ट...

etv bharat
सारण जहरीली शराब कांड
author img

By

Published : Jan 22, 2022, 7:34 AM IST

सारण: बिहार के सारण जिले में जहरीली शराब (Poisonous Liquor Death in Saran) से मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. जहरीली शराब पीने से शुक्रवार तक कुल 16 लोगों के मरने की सूचना थी. वहीं अब जहरीली शराब से मरने के साथ-साथ कुछ लोगों की आंखों की रोशनी (Man Lost His Eyesight) भी जा रही है. छपरा सदर अस्पताल में मकेर प्रखंड के दक्षिण टोला निवासी अजय सिंह नामक एक व्यक्ति को भर्ती कराया गया है. अजय का कहना है कि शराब पीते ही आंखों की रोशनी चली गयी है और उन्हें कुछ भी दिखायी नहीं दे रहा है.

सदर अस्पताल में भर्ती अजय सिंह ने बताया कि मंगलवार की शाम काम से वापस लौटने के दौरान जगदीशपुर बाजार के मुन्ना की दुकान से शराब खरीदी. शराब के सेवन सेवन किया करने के बाद से तबीयत बिगड़ने लगी. अजय सिंह को उल्टी भी हुई थी. जो शराब अजय ने पी थी उसमें से डीजल की महक आ रही थी. उसके बाद अजय की तबीयत तेजी से खराब होनी शुरू हो गई और आंखों में धुंधला दिखाई देने लगा.

देखें रिपोर्ट.

'मैंने मंगलवार को शराब पी थी. पीने के बाद पूरी रोशनी ही खत्म हो गयी. स्वाद में डीजल की तरह लग रहा था, मैं मुन्ना जी के दुकान से 50 रुपये में लिया था. मुझे छपरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.' -अजय सिंह, पीड़ित

इसे भी पढ़ें: सारण जहरीली शराब कांड: अब तक 16 लोगों की मौत, मकेर थानाध्यक्ष सस्पेंड

शराब पीने के बाद अजय की आंखों से धीरे-धीरे पूरी तरह दिखायी देना बंद हो गया. अजय को जब मकेर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दिखाया गया, तो डॉक्टरों ने छपरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया. जहां अजय की स्थिति नॉर्मल तो है लेकिन आंखों से पूरी तरह से दिखाई नहीं दे रहा है. बता दें कि पीड़ित अजय सिंह दैनिक मजदूरी का काम करके अपने घर की रोजी-रोटी चलाता है.

ये भी पढ़ें: सुन लीजिए छपरा के DM-SP साहब.. 'ईहे दरूआ पी के राजवा मरीये रे गईले'

इस विषय में जब डॉक्टर से बात की गई, तो ड्यूटी पर उपस्थित डॉक्टर ने कहा कि चार दिन हो चुके हैं रिकवरी की संभावना बहुत ही कम है. वहीं इस घटना से उनके परिजनों की स्थिति काफी खराब है. पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है.

'मैं क्या कहुंगी. मैं जल्दी-जल्दी अस्पताल लेकर आयी. दो इंजेक्शन खरीद कर दी हूं, वही डॉक्टर ने लगाया है. अभी तक डॉक्टर ने कुछ नहीं बोला है.' -दीपा देवी, पीड़ित की पत्नी

'मरीज पूरी तरह होश में है लेकिन उसका एक ही शिकायत है कि उसे दिख नहीं रहा है. चार दिन पहले उसने शराब पी थी जिसके बाद से ही उसे दिखना बंद शुरू होने लगा और कल तक उसे पूरा ही दिखना बंद हो गया. हमलोग इलाज में लगे हुए हैं. रिकवरी होने का चांसेज कम है लेकिन प्रयास जारी है.' -रवि कुमार डॉक्टर, छपरा सदर अस्पताल

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

सारण: बिहार के सारण जिले में जहरीली शराब (Poisonous Liquor Death in Saran) से मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है. जहरीली शराब पीने से शुक्रवार तक कुल 16 लोगों के मरने की सूचना थी. वहीं अब जहरीली शराब से मरने के साथ-साथ कुछ लोगों की आंखों की रोशनी (Man Lost His Eyesight) भी जा रही है. छपरा सदर अस्पताल में मकेर प्रखंड के दक्षिण टोला निवासी अजय सिंह नामक एक व्यक्ति को भर्ती कराया गया है. अजय का कहना है कि शराब पीते ही आंखों की रोशनी चली गयी है और उन्हें कुछ भी दिखायी नहीं दे रहा है.

सदर अस्पताल में भर्ती अजय सिंह ने बताया कि मंगलवार की शाम काम से वापस लौटने के दौरान जगदीशपुर बाजार के मुन्ना की दुकान से शराब खरीदी. शराब के सेवन सेवन किया करने के बाद से तबीयत बिगड़ने लगी. अजय सिंह को उल्टी भी हुई थी. जो शराब अजय ने पी थी उसमें से डीजल की महक आ रही थी. उसके बाद अजय की तबीयत तेजी से खराब होनी शुरू हो गई और आंखों में धुंधला दिखाई देने लगा.

देखें रिपोर्ट.

'मैंने मंगलवार को शराब पी थी. पीने के बाद पूरी रोशनी ही खत्म हो गयी. स्वाद में डीजल की तरह लग रहा था, मैं मुन्ना जी के दुकान से 50 रुपये में लिया था. मुझे छपरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.' -अजय सिंह, पीड़ित

इसे भी पढ़ें: सारण जहरीली शराब कांड: अब तक 16 लोगों की मौत, मकेर थानाध्यक्ष सस्पेंड

शराब पीने के बाद अजय की आंखों से धीरे-धीरे पूरी तरह दिखायी देना बंद हो गया. अजय को जब मकेर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दिखाया गया, तो डॉक्टरों ने छपरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया. जहां अजय की स्थिति नॉर्मल तो है लेकिन आंखों से पूरी तरह से दिखाई नहीं दे रहा है. बता दें कि पीड़ित अजय सिंह दैनिक मजदूरी का काम करके अपने घर की रोजी-रोटी चलाता है.

ये भी पढ़ें: सुन लीजिए छपरा के DM-SP साहब.. 'ईहे दरूआ पी के राजवा मरीये रे गईले'

इस विषय में जब डॉक्टर से बात की गई, तो ड्यूटी पर उपस्थित डॉक्टर ने कहा कि चार दिन हो चुके हैं रिकवरी की संभावना बहुत ही कम है. वहीं इस घटना से उनके परिजनों की स्थिति काफी खराब है. पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है.

'मैं क्या कहुंगी. मैं जल्दी-जल्दी अस्पताल लेकर आयी. दो इंजेक्शन खरीद कर दी हूं, वही डॉक्टर ने लगाया है. अभी तक डॉक्टर ने कुछ नहीं बोला है.' -दीपा देवी, पीड़ित की पत्नी

'मरीज पूरी तरह होश में है लेकिन उसका एक ही शिकायत है कि उसे दिख नहीं रहा है. चार दिन पहले उसने शराब पी थी जिसके बाद से ही उसे दिखना बंद शुरू होने लगा और कल तक उसे पूरा ही दिखना बंद हो गया. हमलोग इलाज में लगे हुए हैं. रिकवरी होने का चांसेज कम है लेकिन प्रयास जारी है.' -रवि कुमार डॉक्टर, छपरा सदर अस्पताल

ऐसी ही विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.