सारण: जिले के मढौरा प्रखंड के एसएफसी गोदाम में बाढ़ का पानी घुस जाने से कई बोरी अनाज खराब हो गया. गोदाम के भीतर अगस्त महीने का अनाज रखा हुआ था. बाढ़ का पानी घुसता देख लोगों ने प्लास्टिक सीट से अनाज बचाने की कोशिश की, लेकिन कामयाब नहीं हो सके.
फर्श से बाढ़ का पानी रिसकर गोदाम में आने लगा. अनाज की कई बोरियां बाढ़ के पानी में रिसकर भींगने और नष्ट होने लगी. वहीं लोगों ने बाढ़ के छह फुट पानी में 400 फीट का चचरी पुल बनाकर आनाज को बचाने की कोशिश की.
डूब जाता गरीबों का निवाला
बाढ़ के पानी से एसएफसी गोदाम में रखा करोड़ों रुपये का अनाज डूब जाता. प्रभारी गोदाम मैनेजर विनोद कुमार ने बताया कि गोदाम में अगस्त महीने का 75 सौ क्विंटल चावल, 2905 क्विंटल गेंहू रखा हुआ था. इसमें मात्र 880 बैग चावल को ही गोदाम से हटाया जा सका था, शेष अनाज गोदाम में ही पड़ा हुआ था और गोदाम चारों तरफ से बाढ़ के पानी से घिर गया था. जमीन से पांच फीट ऊपर से बाढ़ का पानी गोदाम में जाने लगा था.
सैकड़ों बोरा अनाज नष्ट
सबसे पहले नाव से अनाज को निकालने का सोचा गया, लेकिन नाव बाढ़ पीड़ितों के लिए अधिक जरूरी था. वहीं पांच से छह फीट पानी में 400 फीट चचरी पुल का निर्माण करवाया गया और अनाज को निकालने का काम किया गया. वहीं तीसरे दिन एक चौथाई से अधिक अनाज को सुरक्षित निकाल लिया गया था. हालांकि बाढ़ में गोदाम में रखे सैकड़ों बैग अनाज पानी में भींगकर नष्ट हो गए हैं.