सारण: जिले वासियों के लिए इस बार आम की महक दूर होते जा रही है. लोकल आम के बदले भागलपुर और पश्चिम बंगाल के मालदह, हेम सागर, बम्बईया मालदह, लखनभोग जैसी आमों की खुशबू छपरा के बाजार स्थित मंडियों में फैल रही है.
बाजार समिति स्थित फल व्यवसायी सुशांत कुमार गुप्ता ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताया कि सेब का व्यवसाय तो पूरी तरह से ठप हो गया है. इतनी ज्यादा गर्मी में फल सूख जा रहे हैं और जो बाजार में मिल रहा हैं, वह कोल्ड स्टोरेज वाले ही मिल रहे हैं. साथ ही उसने बताया कि भागलपुर वाला लंगड़ा या मालदह आम 35 रुपये से 42 रुपये किलो बिक्री की जा रही है. जबकि विगत वर्ष 25 से 30 रुपये बिक रहा था. अभी के मौसम में पड़ने वाले गर्मी के कारण फल मंडियों में बाहर से फल नहीं आ रहे हैं.
फल व्यवसायियों में मायूसी
केला व्यवसायी छट्ठू प्रसाद ने कहा कि केले की खेती करने वाले किसानों के घर आफत जैसी पड़ी हुई हैं. क्योंकि चिलचिलाती धूप के कारण केला सूख जा रहा है. अगर किसी तरह उसे बचाया भी जाता है तो उसका रंग काला हो जाता है. फल विक्रेताओं ने बाजार की इस स्थिति पर दुख जताते हुए कहा कि अपनी रोजी रोटी के लिए पूंजी तो लगाए हैं लेकिन उम्मीद से कम ही व्यवसाय हो रहा है. गर्मी के वजह से कम खरीददार बाजार आ रहे हैं.