सारण: बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा कर दी गई है. जिसको लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी सह डीएम सुब्रत कुमार सेन ने समाहरणालय सभागार में सभी निर्वाचित अधिकारी सहायक निर्वाचन अधिकारी के साथ बैठक की. बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर कोविड-19 प्रोटोकॉल को ध्यान में रखकर सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए.
चुनाव की तैयारियों को लेकर बैठक
डीएम ने बताया कि चुनाव के लिए इस बार कुल 4239 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. जिसके लिए 22 हजार मतदान कर्मियों की जरूरत है. इसके लिए 23000 सरकारी कर्मियों का डाटा बेस तैयार कर लिया गया है. साथ ही साथ इस बार महिला कर्मियों को भी मतदान कार्य में प्रतिनियुक्ति किया जाएगा. इसके लिए 7300 महिला कर्मी का डाटा एंट्री कराया गया है. उन्होंने सभी आरओ और एआरओ को निर्देश दिया है कि सुविधा जनक रूप से मतदान कर्मियों को बूथ तक पहुंचाने और मतदान के बाद उन्हें वापस ले जाने की योजना बनाकर समुचित तैयारी करें. डीएम ने कहा कि हर विधानसभा के लिए उसके प्रखंड मुख्यालय को डिस्पैच सेंटर बनाया गया है. डीएम की ओर से सभी 10 विधानसभा क्षेत्रों के लिए मतदान पार्टी को ज्वाइन कराने और दर्ज कराने के लिए स्थल का चयन कर लेने का निर्देश देते दिया गया है.
सुरक्षा व्यवस्था की हुई चर्चा
डीएम की ओर से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के साथ ही साथ प्रशिक्षण के समय आरओ और एआरओ को भी उपस्थित रहने का निर्देश दिया गया है. उन्होंने कहा कि ऐसे मतदान केंद्र जहां से वेबकास्टिंग कराया जाएगा. उसका चयन कर लेने का निर्देश दिया और संवेदनशील मतदान केंद्रों की सूची मांगी गई है. डीएम ने कहा कि इस बार सर्विस वोटर के साथ-साथ 80 साल से अधिक आयु वाले मतदाताओं, दिव्यांग मतदाताओं और पॉजिटिव मतदाताओं के लिए डाक मतपत्र की व्यवस्था रहेगी. लेकिन इस श्रेणी के इच्छुक मतदाताओं को चुनाव अधिसूचना जारी होने के 5 दिन के अंदर आवेदन करना होगा. इस श्रेणी के मतदाता अपने मतदान केंद्र पर भी जाकर मतदान कर सकेंगे.