सारण(छपरा): जिले के डीएम और एसपी ने संयुक्त रूप से बाढ़ प्रभावित अमनौर प्रखंड का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने मातहत अधिकारियों को कई दिशा निर्देश दिए.
डीएम ने कहा कि बाढ़ की स्थिति पर प्रशासन लगातार नजर बनाए हुए है. राहत और बचाव कार्य जारी है. बाढ़ पीड़ित के खाते में सरकार की ओर से 6 हजार रुपए देने का प्रावधान है. इस आपदा से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह तत्पर है.
सांसद का घर डूबा
छपरा के सांसद राजीव प्रताप रूडी का अमनौर स्थित पैतृक आवास भी बाढ़ के पानी की चपेट में आने से नहीं बच पाया. लगातार बढ़ते जलस्तर को देखते हुए लोग स्कूल भवन की छतों पर शरण ले रहे हैं. कई स्कूल भवनों के ग्राउंड फ्लोर का आधा हिस्सा पानी में डूबा हुआ है. प्रखंड में एक सामूहिक किचन भी चल रहा है. जहां रोजाना 800 से 1000 लोग खाना खा रहे हैं.
ये प्रखंड हैं बाढ़ प्रभावित
बता दें कि गंडक नदी में जलस्तर बढ़ने से जिले के कई प्रखंड बाढ़ की चपेट में है. तरैया, सतजोरा, पानापुर, अमनौर, मसरख और मकेर प्रखंड की स्थिति काफी खराब है. इन इलाकों में 6 फीट से ज्यादा पानी भरा हुआ है.