छपरा: जिले में जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने संयुक्त रूप से छपरा-हाजीपुर फोर लेन एनएच-19 के अंतर्गत निर्माणाधीन बिसनपुरा रेल ओवर ब्रिज पहुंच पथ और छपरा-आरा पुल का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने डोरीगंज-छपरा रोड पर आए दिन लगने वाले जाम के कारणों की जानकारी प्राप्त की. साथ ही संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
इसके अलावा उन्होंने परियोजना निदेशक और नेशनल हाईवे ऑथिरिटी ऑफ इंडिया को एक महीन के अंदर आरओबी पहुंच पथ का निर्माण पूरा करने का निर्देश दिया, ताकि भारी वाहनों का परिचालन उस सड़क से कराया जा सके. इससे आमजनों को जाम से मुक्ति मिलेगी.
10 सालों से हो रहा एनएच-19 के जीर्णोद्धार का काम
गौरतलब है कि गाजीपुर से हाजीपुर एनएच-19 की स्थिति काफी जर्जर है. इसके जीर्णोद्धार का काम लगभग 10 सालों से चल रहा है जो आज तक पूरा नहीं हुआ है. वहीं निर्माण करने वाली कई कंपनियां या तो सरकार के रवैए से अपना काम समेट कर इस परियोजना से हट चुकी है या उन्हें ब्लैक लिस्टेड किया जा चुका है. वहीं, कई अन्य निर्माण कंपनी इस प्रोजेक्ट को लेने से कतरा रही है.
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एनएच-19 का छपरा-डोरीगंज के बीच स्थिति जर्जर
एक बार फिर केंद्रीय सड़क और भूतल परिवहन मंत्री के पहल पर इसके पुनर्निर्माण का कार्य शुरू किया गया है. इसके बाद भी अभी तक एनएच-19 के छपरा-डोरीगंज की स्थिति सबसे जर्जर है. यहां, चौबीसों घंटों लगभग हजारों ट्रक गिट्टी और बालू लदे वाहन गुजरते हैं. लेकिन जब से आरा-छपरा वीर कुंवर सिंह सेतु का निर्माण हुआ है. यहां समस्या और भी बढ़ गई है. वहीं, छपरा का बाईपास पूरी तरह से जाम रहता है. कई बार तो ऐसा होता है कि जाम में एंबुलेंस के फंस जाने से मरीज की मौत तक हो जाती है. हालांकि इस बार जिलाधिकारी और पुलिस पदाधिकारियों को भी जाम में काफी देर तक फंसे रहना पड़ा.
फोरलेन का निर्माण कार्य अधूरा
इस जगह पर फोरलेन का भी निर्माण करवाया जा रहा है जो आज तक अधूरा है. इसलिए छपरा शहर के लोगों को पटना जाने के लिए गरखा या अन्य रास्तों का इस्तेमाल करना पड़ता है.