सारण: एक ओर जहां सरकारी कार्यों को तय समय से पूरा करने के लिए लगातार अधिकारियों पर दबाव बनाया जाता है. वहीं, जिले के बिजली विभाग की लापरवाही के कारण डबल डेकर फ्लाईओवर निर्माण कार्य में देरी हो रही है. दरअसल, विद्युत आपूर्ति प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता की लापरवाही के कारण शट डाउन नहीं मिल रहा है. जिससे खुले वायर को बदल कर कवर वायर लगाने में देरी हो रही है.
यह कार्य लगभग 1 महीने से चल रहा है. लेकिन, बिजली विभाग की लापरवाही और ढुलमुल रवैया के कारण अब तक शट डाउन नहीं मिला. डबल डेकर निर्माण में लगी कंपनी का कहना है कि उनके सेफ्टी मैनेजर और अधिकारियों की ओर से कई बार इसकी मांग की गई हैं. लेकिन, अनदेखी की जा रही है.
11 हजार वोल्ट के तार खुले हैं
डबल डेकर निर्माण में लगी एनसीसी कंपनी के सेफ्टी इंचार्ज का कहना है कि सड़क के बीचों-बीच 11 हजार पावर का खुला वायर गुजरा हुआ है. जिससे हर समय कर्मचारियों समेत आमजनों पर खतरा मंडराता है. उन्होंने यह भी बताया कि निर्माण कार्य में लगी मशीनरी की ऊंचाई बहुत ज्यादा होने के कारण हमेशा बिजली के तार से सटने का भय बना रहता है. जैसे ही बिजली का शट डाउन मिलेगा तो खुले वायर को बदल कर कवर वाला वायर लगा दिया जाएगा. शट डाउन नहीं मिलने से 10 मिनट वाले कार्य को पूरा करने में घंटो का समय लग रहा है.
गर्मी के कारण नहीं दिया जा रहा शट डॉउन
वहीं, इस मामले पर बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड कंपनी के वरीय परियोजना अभियंता का कहना है कि गर्मी का मौसम होने के कारण बिजली विभाग शट डाउन नहीं दे रहा है. मालूम हो कि जून 2018 को नीतीश कुमार ने छपरा पुलिस लाइन परिसर में उत्तर-भारत के पहले डबल डेकर फ्लाई ओवर का शिलान्यास किया था.
पूरा विवरण
इस डबल डेकर की लंबाई 3.5 मीटर है और चौड़ाई 5.5 मीटर तय की गई है. इस कार्य को पूरा करने का लक्ष्य 2022 रखा गया है. इसके निर्माण में करीब 411 करोड़ रुपये खर्च होने हैं. इसका निर्माण बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड की ओर से कराया जा रहा है. यह डबल डेकर फ्लाई ओवर शहर के पूर्वी छोड़ स्थित भिखारी ठाकुर चौक से 400 सौ मीटर पश्चिम से शुरू होकर गांधी चौक, मौना चौक, सलेमपुर चौक, नगर पालिका चौक होते हुए सरकारी बस स्टैंड तक बनेगा. पटना से छपरा होते हुए सिवान और वहां से छपरा होते हुए पटना जाने वालों के लिए यह वरदान साबित होगा.