सारण: बिहार के छपरा में दलित युवक की मौत (Dalit youth Dies in Chapra) ने काफी हंगामा मचाकर रख दिया है. घटना जिले के गड़खा थाना क्षेत्र की है. मृतक के पिता के मुताबिक युवक शराब पीने का आदी था. इसी को लेकर उन्होंने पुलिस को बुलाकर उसे गिरफ्तार करवा दिया था. सोमवार की सुबह उसकी मौत हो गई. पुलिस की पिटाई से युवक की मौत (Dalit youth dies due to police beating) की बात कही जा रही है.
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पुलिस की पिटाई से युवक की मौत: भाजपा के जिला अध्यक्ष और पूर्व विधायक ज्ञानचंद मांझी ने पुलिस की पिटाई से मौत का आरोप लगाते हुए थाना अधिकारी पर कार्रवाई की मांग की है. पूर्व विधायक ने बताया कि बुधवार को इसके पिता ने शिकायत कर थाने से पुलिस बुलाकर उसे गिरफ्तार करवा दिया था और आज जब इसकी हालत खराब हुई तो गरखा थाने की पुलिस इसे पहले जेल लेकर गए. जहां जेल ने इसको नहीं लिया, तब जाकर गंभीर स्थिति को देखते हुए इसे छपरा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां अहले सुबह 4 बजे उसकी मौत हो गई.
थानाध्यक्ष पर कार्रवाई की मांग: परिजन जब अस्पताल पहुंचे तो मृतक के शरीर पर लाठी मारके के मिशान मिले और पपैर से खून बह रहा था. छपरा सदर अस्पताल में मृतक सिकंदर मांझी का पोस्टमार्टम हो चुका है. घटना के बाद भाजपा के जिला अध्यक्ष समेत कई लोग पहुंचे और एसपी से इस संबंध में शिकायत दर्ज कराईय. पूर्व विधायक ने गड़खा थाना प्रभारी के ऊपर हत्या का केस दर्ज करने की मांग की है. मृतक गरखा थाना क्षेत्र के पीठा घाट थाना क्षेत्र का निवासी था.
"बुधवार को पुलिस आठ-नो बेज पुलिस उसको पकड़ लिया था. आज सुबह सूचना मिली की उसकी मौत हो गई. पता चला की उसको हॉस्पीटल में भर्ती करा दिया गया है. प्रशासन-पुलिस ने मिलकर मारकर मुआ दिया."- वीरा राम मांझी, मृतक के पिता
"मृतक का नाम है सिकंदर मांझी, पिता का नाम जीरा मांझी, ग्राम पिठाघाट, थाना गड़खा. पिछले बुधवारो को थाना प्रभारी इसको अरेस्ट करके थाना में ले आया और इतनी इसकी पिटाई की गई की इसका हालत खराब हो गया. जिसके बाद इसको जेल भेज दिया. जहां जेल प्रशासन ने उसको रखने से इंकार कर दिया. उसके बाद थाना के लोग ने उसे सदर अस्पताल में भर्ती करा दिया. चार बजे सुबह में उसकी मौत हो गई. पुलिस प्रशासन को ये अधिकार नहीं है कि थाने के अंदर किसी की पिटाई करे और मौत के घाट उतार दे. हम मांग करते है सारण जिला के एसपी से की थाना प्रभारी पर अविलंब कार्रवाई करें."- ज्ञान चंद्र मांझी, पूर्व विधायक, गड़खा
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