छपरा: नगर निगम द्वारा आम जनता की सहूलियत के लिए छपरा शहर के 10 प्रमुख चौक-चौराहों, रेलवे स्टेशन, कचहरी और बस स्टेशन के पास यूरिनल की व्यवस्था की गई थी. लाखों रुपए की लागत से बने ये यूरिनल आज स्वच्छ भारत अभियान की हवा निकालते नजर आ रहे हैं. इसके चारों तरफ गंदगी का अंबार लगा हुआ है. लोगों ने इस ओर जाना तक बंद कर दिया है. यूरिनल के आसपास इतनी गंदगी फैली है कि लोगों को पास से निकलते वक्त नाक पर रुमाल रखना पड़ता है.
सफाई नहीं होने के चलते इस्तेमाल बंद
छपरा नगर निगम ने आम जनता की सहूलियत के लिए कई जगहों पर यूरिनल लगाया था. महिला और पुरुष के लिए अलग-अलग यूरिनल लगाए गए थे. नगर निगम की योजना अच्छी थी. इससे जनता को सहूलियत मिलने वाली थी, लेकिन नगर निगम द्वारा लाखों रुपए खर्च किए जाने के बाद भी लोग यूरिनल का इस्तेमाल नहीं कर पाए. सफाई नहीं होने से इनका इस्तेमाल बंद हो गया है.
नहीं लगी पानी की टंकी
यूरिनल के छतों पर पानी की टंकी लगाने का भी प्रावधान था, लेकिन नगर निगम की उदासीनता के कारण यह न हो सका. तामझाम के साथ यूरिनल को चालू कर दिया गया, लेकिन सफाई की मुकम्मल व्यवस्था नहीं की गई.
लोगों का स्पष्ट आरोप है कि इसमें भी बड़े पैमाने पर राशि का बंदरबांट किया गया है. योजना का पूरी तरह से पालन नहीं किया गया. न पानी ही टंकी लगाई गई और न ही पानी की व्यवस्था की गई. लोगों ने कहा कि इसके लिए केवल नगर निगम जिम्मेदार नहीं है. इसके लिए हम सभी जिम्मेदार हैं.
"पानी की पाइप लाइन अभी तक नहीं लगी है. इसलिए यहां पर गंदगी है. जल्द ही पानी की पाइप लाइन लगाई जाएगी."- हरिश्चंद्र, अपर नगर आयुक्त, छपरा नगर निगम