छपरा: बिहार में जहरीली शराब के मुद्दे पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. विपक्ष सरकार को चौतरफा घेर रहा है. मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. मशरख और ईसुआपुर में कोहराम मचा है. इन सबके बीच लोजपा रामविलास के सांसद चिराग पासवान ने सीएम नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि सीएम ने कहा कि शराब पीकर मरनेवालों के साथ कोई हमदर्दी नहीं. ये कानून महिलाओं के लिए बनाया था, लेकिन आज सभी महिलाएं रो रही हैं. (Bihar Hooch Tragedy) (Chirag Paswan On CM Nitish) (Chirag Paswan met victims of Chapra liquor case)
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'नीतीश कुमार को उनका अहंकार ले डूबेगा': चिराग ने कहा कि जहरीली शराब से वैसे सदस्यों की मौत हुई है जो कमाकर खिलाते थे. अब तो वह नहीं रहे तो ऐसे में उनके परिवार को ध्यान कौन रखेगा. नीतीश कुमार को उनका अहंकार ले डूबेगा. चिराग पासवान ने शराब को संरक्षण देने का आरोप नीतीश कुमार पर लगाया है. साथ ही कहा कि प्रशासन की आड़ में जहरीली शराब की बिक्री हो रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी एफआईआर दर्ज होनी चाहिए.
"जो व्यक्ति परिवार का पालन पोषण करता था वो रहा नहीं. अब कौन देखेगा सभी को. सीएम नीतीश मुआवजा ना देने की बात कह रहे हैं. उनका अहंकार उन्हें ले डूबेगा. आज बोल रहे हैं पिएगा तो मरेगा. कल कहेंगे जो सड़क पर चलेगा वो भी मरेगा. शराब बिक कैसे रही है इसपर एक्शन क्यों नहीं ले रहे हैं."- चिराग पासवान, सांसद
'जो पिलाएगा वो मौज करेगा': चिराग पासवान ने बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार सरकार के दबाव पर प्रशासन ने मौत के आंकड़ों को छुपाने की कोशिश की है. कम से कम 150 लोगों की हत्या हुई है. जिस तरह से प्रशासन द्वारा दबाव बनाकर जल्द से जल्द उनका दाह संस्कार करवाया गया है ताकि पोस्टमार्टम ना हो सके, यह सही नहीं है. मृतक के परिजनों का कहना है कि बॉडी अस्पताल से ले जाने के लिए पैसे देने पड़े हैं. ये जीता जागता उदाहरण है कि बिहार सरकार कैसे काम कर रही है. सीएम ने विधानसभा में खड़े होकर कहा था जो पिएगा वह मरेगा. तो क्या जो पिलाएगा वो मौज करेगा. उन पर कार्रवाई नहीं की जा रही है.
जहरीली शराब पीने से मचा मौत का तांडवः गौरतलब है कि सारण में जहरीली शराब पीने से मौत का तांडव मचा हुआ है. यहां हर रोज जहरीली शराब से सेवन करने वाले लोगों की मौत की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है. अबतक 73 लोगों की मौत पिछले तीन दिनों में हो चुकी है. वहीं शराब से मौत मामले को लेकर सूबे की सियासत भी गरमायी हुई है. विधानसभा में इस मामले को लेकर जमकर हंगामा मचा हुआ है. बता दें कि, इतनी जल्दी इस तरह के आदेश जारी करने किए पीछे का मुख्य कारण सारण जिले के मशरक थाने में जब्त करके रखे गये स्पिरिट के गायब होने और इसी स्पिरिट से शराब बनने का आरोप है. हालांकि, इस गंभीर आरोप की जांच अभी जारी है, लेकिन इसे एक बड़ा पॉइंट मानते हुए मद्य निषेध विभाग ने भविष्य के लिए ये बड़ा कदम उठाया है कि थानों में रखे स्पिरिट नष्ट किये जाएंगे.