सारण: बिहार में शराबबंदी के बावजूद जहरीली शराब से मौतों का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं लोगों की तबीयत भी बिगड़ रही है. ताजा मामला सारण से सामने आया है. लोगों का कहना है कि मशरख में जहरीली शराब पीने से दो लोगों के आंखों की रौशनी चली गई. फिलहाल उन्हें बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर किया गया है.
जहरीली शराब पीने से गई रौशनी: सारण सदर अस्पताल में उपचार के दौरान मरीज ढोरा राय ने खुद शराब पीने की बात स्वीकारी है. उसने बताया कि उसके द्वारा लखनपुर गांव में ही पियाजू राय उर्फ सत्येंद्र राय से शराब खरीदी गई थी, जिसके बाद दोनों ने उसी शराब का सेवन किया गया था. दोनों जिले के मशरक थाना अंतर्गत लखनपुर गांव के रहने वाले हैं.
बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर: बताया गया कि तबीयत बिगड़ने के बाद बीती रात दोनों को मशरक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जहां उनकी स्थिति को देखते हुए छपरा सदर अस्पताल रेफर किया गया. वहीं छपरा सदर अस्पताल के डाक्टरों ने दोनों को बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया, जहां उनका इलाज चल रहा है.
"सत्येंद्र कुमार और ढौरा गिरी को कमजोरी के साथ आंखों से कम दिखाई दे रहा है. स्थिति बिगड़ने पर प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर चिकित्सा के लिए पीएमसीएच रेफर किया गया है. मरीजों ने शराब पीने की बात खुद बताई है."- डॉ अर्जुन, चिकित्सक, सदर अस्पताल
मामले की जांच में जुटी पुलिस: वहीं इस मामले की जानकारी मिलने के बाद सारण एसपी डॉ गौरव मंगला ने कहा कि घटना में संज्ञान में आया है. सभी बिंदुओं के आधार पर पूरे मामले की जांच की जा रही है. जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई भी की जाएगी. लेकिन चाहे शासन-प्रशासन बिहार में शराबबंदी के लाख दावे कर ले मगर लगातार हो रही मौतों से ये साफ सपष्ट है कि शराबबंदी पूरी तरह से विफल है.
"जहरीली शराब की वजह से दो लोगों की आंखों की रौशनी जाने का मामला प्रकाश में आया है. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है."- डॉ गौरव मंगला, एसपी
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