समस्तीपुर: आईएससी एग्रीकल्चर साइंस के 40 छात्र बिन शिक्षक एकलव्य की तरह अपना भविष्य बनाने को मजबूर हैं. जिले के एकमात्र आरएसबी इंटर स्कूल में 2018 से यह कोर्स शुरू है, लेकिन अब तक यहां शिक्षकों की बहाली नहीं हुई है.
बिन शिक्षक पढ़ाई करने को छात्र मजबूर
जिस राज्य में शिक्षा के ऊपर सबसे अधिक पैसा खर्च हो रहा है, वहां शिक्षा को लेकर ऐसी बदहाल हालत चिंता का विषय है. दरअसल, 2017 में राज्य सरकार ने सूबे के 24 नए स्कूलों में आईएससी एग्रीकल्चर साइंस की पढ़ाई को मंजूरी दी थी. जिले के आरएसबी इंटर स्कूल का भी इसको लेकर चयन किया गया था. 2018 से वकायदा यहां इस कोर्स में 40 छात्र- छात्राओं का नामांकन हो रहा और वे मानक के अनुरूप परीक्षा भी पास कर रहे हैं. विडंबना यह है कि इस कोर्स को लेकर जो संसाधन और शिक्षक होने चाहिए थे, वे आज तक नहीं मिल पाए हैं.
''इस मामले को लेकर विभागीय स्तर पर लगातार प्रयास किया जा रहा है. अगर इस कोर्स को लेकर शिक्षक उपलब्ध होते हैं तो इस एग्रीकल्चर की पढ़ाई को अलग रफ्तार मिलेगी'' - भूपनेश्वर राम, प्रिंसिपल, आरएसबी इंटर स्कूल
गौरतलब है कि एग्रीकल्चर के क्षेत्र में बेहतर विकास और इस कोर्स में रोजगार की बड़ी संभावनाओं के मद्देनजर सरकार ने बेहतर शुरुआत तो जरूर की थी. लेकिन यह जिले में अबतक साकार नहीं हो सका है.