समस्तीपुर: बिहार का समस्तीपुर जिला गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण करने में काफी पिछड़ गया (lags behind in vaccinating pregnant women) है. सूबे में यह जिला 35वें स्थान पर है. ऐसे में यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि समस्तीपुर जिला गर्भवती महिलाओं के लिए सुरक्षित नहीं है. इसके पीछे का कारण स्वास्थ्य विभाग का लापरवाह रवैया है. कोरोना के बाद से जिले में गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण कार्य बेहद धीमी गति से चल रहा है.
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स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही: सिविल सर्जन कार्यालय के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन देने में जिला लगातार पिछड़ रहा है. स्वास्थ्य विभाग इसको लेकर गंभीर नहीं है. जिले में टीकाकरण में तेजी लाने को लेकर सिविल सर्जन कार्यालय और इम्यूनाइजेशन विभाग ने कई बार अभियान जरूर चलाया, लेकिन धरातल पर इसका खास असर नहीं दिख रहा है. इस लापरवाही का ही नतीजा है कि जिले की रैकिंग गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण करने में सबसे नीचे है.
इन बीमारियों का टीकाकरण होता है: गर्भवती महिलाओं के लिए केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से कई तरह के वैक्सीन प्रोग्राम चलाए जाते हैं, ताकि सुरक्षित प्रसव और बच्चे को कई जानलेवा बीमारी से बचाया जा सके. टीकाकरण अभियान के तहत बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, मिजिल्स समेत अन्य कई टीका लगाए जाते हैं. बता दें कि जिले में कोरोना काल से पहले टीकाकरण अभियान काफी बेहतर स्थिति में था. लेकिन इसके बाद से वैक्सीन देने का काम एकदम सुस्त पड़ गया है.
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