समस्तीपुर: इस कोरोना काल मे बहुत से मजदूर गैर जनपदों से अपने गांव वापिस लौटे हैं. इन मजदूरों को सामने काम न होने से बहुत सी समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं. वहीं इन समस्याओं को दूर करने के लिए राजेन्द्र कृषि विश्विद्यालय ने प्रवासी मजदूरों को रोजगार उलब्ध कराने का निर्णय लिया है. मजदूरों को चार श्रेणियों में विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण देने का कार्यक्रम शुरू किया जाएगा.
प्रवासी मजदूरों को दी जाएगी ट्रेनिंग
कोरोना संकट काल में मजदूरों के सामने रोजी-रोटी की समस्या आ गई है. वहीं इन मजदूरों के जीवन में छाए अंधकार को दूर करने के लिए पूसा कृषि यूनिवर्सिटी रोजगार उपलब्ध कराने जा रहा है. विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ रमेश प्रसाद श्रीवास्तव ने कहा कि भारत सरकार की ओर से गरीब रोजगार कल्याण अभियान के तहत प्रवासी मजदूरों को रोजगार से जुड़ने के लिए विभिन्न विषयों की ट्रेनिंग दी जाएगी.
चार श्रेणियों में बनाया गया प्रोग्राम
इस प्रोग्राम में चार श्रेणिया बनाई गई हैं, जिसके तहत अकुशल, अर्धकुशल और कुशल मजदूरों के साथ-साथ चौथे श्रेणी में महिलाओं को रोजगार से जोड़ने का अभियान चलाया जाएगा. राजेन्द्र कृषि विश्विद्यालय के तरफ से 10 जिलों में 35-35 श्रमिकों को ग्रुप बनाकर ट्रेनिंग दी जाएगी. इस प्रशिक्षण के दौरान, बकरी पालन, मुर्गी पालन, मधुमक्खी पालन, वर्मी कंपोस्ट उत्पादन, कृषि यंत्र मरम्मत, मशरूम उत्पादन आदि से जुड़ने के लिए ट्रेनिंग दी जाएगी.