पटना:- नागरिकता कानून को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. वहीं, बिहार में भी सीएए और एनआरसी को लेकर प्रदर्शन का दौर जारी है. सूबे के कई जिलों में सोमवार को धरना प्रदर्शन किया गया. हालांकि, ये विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण तरीके से किए गए.
सीएए को लेकर किये जा रहे प्रदर्शनों की वजह से जाम को देखते हुए समस्तीपुर के पुलिस कप्तान विकास वर्मन खुद से सड़को पर हालात को संभालने के लिए उतर आए. दरअसल, समाहरणालय के मुख्य गेट पर एनआरसी के खिलाफ आंदोलन आयोजित की गई थी. ऐसे में किसी अप्रिय घटना से निपटने के लिए जिला प्रशासन जगह-जगह पर चुस्त-दुरूस्त दिखी. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान एसपी विकास वर्मन ने कहा कि विभिन्न संगठनों के आंदोलन के वजहों से सड़को पर ट्रैफिक की समस्या बढ़ी है.
भागलपुर में हुआ विरोध-प्रदर्शन
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जिले के शहजंगी मैदान में 'संविधान बचाओ, देश बचाओ' समिति की ओर से रैली का आयोजन किया गया था. मौके पर सैकड़ों की संख्या में विभिन्न संगठनों से जुड़े लोगों ने भाग लिया. इस रैली में मुफ्ती मोहम्मद फारूक आलम अशरफी , मुफ्ती मौलाना खुर्शीद अनवर और दिल्ली से आई शाबा फातिमा, कामरेड दशरथ प्रसाद, भीम आर्मी के मनोज भारती ने एनआरसी को देश के लिए काला कानून बताया. लोगों को संबोधित करते हुए प्रदर्शनकारी नेताओं ने कहा कि देश की एकता को खंडित करने का प्रयास करने वाली सरकार के उखाड़ फेकेंगें. जब तक इस बिल को वापस नहीं लिया जाएगा, तब तक संघर्ष जारी रहेगा.
अररिया में महिलाएं सड़कों पर उतरीं
एनआरसी और सीएए के खिलाफ जिले में नागरिक संघर्ष समिति की ओर से मार्च निकाला गया था. इस मौके पर सैकड़ो की संख्या में महिलाएं हाथों में तख्तियां लिए हुए सड़कों पर उतरीं. प्रदर्शनकारी महिलाओं ने बताया कि सरकार हम लोगों को धोखा देकर गद्दी पर बैठकर देश से बाहर निकालने के लिए साजिश रच रही है. इस विरोध प्रदर्शन मे इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर भूतपूर्व सांसद सुखदेव पासवान, पूर्व सांसद सरफराज आलम, जेएनयू के छात्र तबरेज आलम के साथ विरोध मार्च के आयोजक इस्तियाक आलम मौजूद थे.
टाउन हॉल में संपन्न हुआ विरोध मार्च
नागरिक संघर्ष समिति की ओर आयोजित इस प्रतिरोध मार्च में जिले के खरैया बस्ती स्थित गोढ़ी चौक से भी सैकड़ों प्रदर्शनकारी ने भाग लिया. इस दौरान बिल के खिलाफ नारेबाजी करते हुए लोग पूरे शहर का भ्रमण करते हुए टाउन हॉल पहुंचे. इस मार्च का नेतृत्व विधायक शाहनवाज आलम के साथ पूर्व विधायक जाकिर अनवर कर रहे थे.