समस्तीपुरः रेडियो पर करीब साढ़े तीन दशक तक अपनी आवाज से श्रोताओं के दिलों पर राज करने वाले गौरीकांत चौधरी को शायद ही कोई रेडियोप्रेमी नहीं जानते हों. साल 1964 के आसपास रेडियो पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रम चौपाल के मुखियाजी गौरीकांत झा लोगों के बेहद चहेते थे. यह कार्यक्रम भी लोग खूब सुनते थे. बुधवार को गौरीकांत झा की मूर्ति का अनावरण (Statue of Gaurikant Jha unveiled in Samastipur) उनके पैतृक गांव में किया गया.
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जिला मुख्यालय से महज कुछ किलोमीटर की दूरी पर नीरपुर-मुजौना गांव में जन्मे गौरीकांत चौधरी 'कांत' की 19वीं पुण्यतिथि (Gaurikant Jha death anniversary) पर उनकी प्रतिमा का अनावरण किया गया. प्रतिमा का अनावरण समारोह के दौरान बीजेपी एमएलसी नवल किशोर यादव, राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर, विधान परिषद सदस्य गुलाम गौस समेत पत्रकारिता जगत के कई लोग मौजूद रहे. वक्ताओं ने रेडियो वाले मुखियाजी को आवाज की दुनिया का महानायक बताया. और उन्हें श्रद्धांजलि दी.
गौरतलब है कि आकाशवाणी से रिटायर होने के बाद गौरीकांत चौधरी 'कांत' को 1999 में बिहार सरकार ने मैथली अकादमी का अध्यक्ष नियुक्त किया था. आकाशवाणी के खास कार्यक्रम मनचाहे गीत, बच्चों का घरौंदा, लोहा सिंह जैसे रेडियो नाटक में भी गौरीकांत की आवाज सुनने को मिलते थे. जिसका श्रोताओं का हमेशा इंतजार रहता था.
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उनकी पुण्यतिथि और मूर्ति अनावरण कार्यक्रम के मौके पर उनके पुत्र, वरिष्ठ पत्रकार व लेखक डॉ लक्ष्मीकांत सजल समेत परिवार और गांव के सैकड़ों लोग मौजूद रहे. सभी ने उन्हें नमन किया.
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