समस्तीपुर: जिले के कल्याणपुर में बागमती नदी के तटबंध पर 200 से अधिक परिवारों ने शरण ली है. सीओ अभय दास ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कर्मी की प्रतिनियुक्ति की गई है. बाढ़ पीड़ित लोगों के लिए विशेष सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. कल्याणपुर प्रखंड क्षेत्र के बागमती नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी होते ही ढाब में बसे लोगों के घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश हो गया है.
नहीं मिल रही हैं मूलभूत सुविधाएं
इसमें कलौजर, नामापुर, बेलसंडी, तीरा, बरहेता, कुढ़बा, खरसंडपश्चमी सहित आदि पंचायतों के लगभग दर्जनों गांव में पानी प्रवेश हो गया है. इसके कारण लोग अपना घर छोड़कर तटबंध पर शरण लेने को विवश हैं. बता दें की करीब 200 से अधिक परिवार जटमलपुर बागमती नदी के तटबंध पर शरण ले चुके हैं, लेकिन स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी के द्वारा बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए कोई भी मूलभूत सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है.
कराई जा रही हैं विशेष सुविधा उपलब्ध
लोगों का आरोप है कि हमलोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लोग तटबंध पर झोपड़ी बनाकर किसी तरह मवेशियों और खुद को एक ही झोपड़ी में रहने को विवश है. तटबंध पर रह रहे प्रभु राय, मोहित राय, राजकिशोर राम, विजय राम, सुबोध राम, विनोद राम, सुखदेव सदा, रंजीत राम, सहित आदि लोगों ने बताया कि हम लोगों के हम लोगों को एक तरफ बागमती नदी की बाढ़ के पानी सता रहा हैै. वहीं दूसरी और लगातार हो रही बारिश के कारण हम लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया हैै. वहीं इस संबंध में सीओ अभय पद दास ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कर्मी की प्रतिनियुक्ति की गई है. बाढ़ पीड़ित लोगों के लिए विशेष सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है.