समस्तीपुर: लोकसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा होने के साथ ही राजनीतिक पार्टियों ने अपने-अपने उचित प्रत्याशियों की घोषणा शुरू कर दी हैं. बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं. इनमें से कई सीटों को हॉट सीट माना जाता है. ऐसी ही एक सीट उजियारपुर की है जहां से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय ने 2014 आम चुनावों में जीत हासिल की थी.
नित्यानंद राय पहली बार 2014 मे लोकसभा की चौखट पर पंहुचे. बिहार की सियासत में इनका सफर व निजी जिंदगी कई उतार चढ़ाव भरा रहा. 1 जनवरी 1966 को हाजीपुर वैशाली में जन्में नित्यानंद राय ने हाजीपुर के ही राज नारायण कॉलेज से स्नातक किया है. बिहार की सियासत में सक्रिय नित्यानंद 2000 से 2014 तक तीन बार बिहार विधानसभा के सदस्य चुने गए. 2006 से 2014 तक वे बतौर सचेतक बिहार विधानसभा में रहे. वहीं 2014 में वे उजियारपुर लोकसभा से जीते.
मेडिकल कॉलेज को मिली है रही झंडी
इनके संसदीय क्षेत्र में इनके कार्यकाल में यहां 4 हजार करोड़ से अधिक की योजना की केंद्र सरकार ने घोषणा की है. वहीं संसदीय क्षेत्र में निर्धारित 25 करोड़ की राशि में भारत सरकार ने 17.50 करोड़ रुपये जारी किए हैं. प्रदेश अध्यक्ष ने अपने क्षेत्र में 29.22 करोड़ रुपये का प्रावधान रखा. इस मद में भी 21.13 करोड़ पास हुए, जिसमें 17.71 करोड़ खर्च हुए. इसी संसदीय क्षेत्र के सरायरंजन विधानसभा में मेडिकल कॉलेज को लेकर हरी झंडी मिल चुकी है, इस क्षेत्र की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है.
संगीत के हैं शौकीन
बागवानी व संगीत के शौकीन नित्यानंद राय को खेल में फुटबॉल पसंद है. वहीं इनका पहनावा भी अन्य नेताओं से कुछ अलग है. वे ज्यादातर फॉर्मल ड्रेस में ही नजर आते है.