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स्कूलों से दूर हो रहे छात्र, UDISE की सर्वे रिपोर्ट में जिले की शिक्षा व्यवस्था बदहाल

समस्तीपुर जिले में स्कूलों की व्यवस्था खस्ताहाल हो गई है. यूडाइस के सर्वे रिपोर्ट ने बदहाल शिक्षा व्यवस्था को आइना दिखाने का काम किया है. पढ़ें पूरी खबर-

UDISE SURVEY REPORT SAMASTIPUR
UDISE SURVEY REPORT SAMASTIPUR
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Published : Oct 29, 2021, 5:43 PM IST

समस्तीपुर: बिहार के समस्तीपुर (Samastipur) में सरकारी स्कूलों से छात्र दूर होते जा रहे हैं. 'यू-डाइस' (Unified District Information System for Education) की सर्वे रिपोर्ट जिले की शिक्षा व्यवस्था को आइना दिखा रहा है. दरअसल, समस्तीपुर के विद्यालयों में जरूरी संसाधनों की कमी के कारण स्कूलों में छात्रों की कमी होती जा रही है.

ये भी पढ़ें- खुशखबरीः प्राइमरी स्कूलों में फिजिकल टीचर के पद पर नियुक्ति का रास्ता साफ

बजट का एक बड़ा हिस्सा खर्च करने के बावजूद शिक्षा का स्तर सुधर नहीं रहा है. सारा काम शिक्षा के लिए और शिक्षा ही स्कूलों से नदारद होती जा रही है. UDISE के सर्वे रिपोर्ट से साफ हुआ है कि जरूरी संसाधनों के अभाव के चलते स्कूलों से छात्र दूर होते जा रहे हैं. DEO कार्यालय के अनुसार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने यू-डायस सर्वे से जुड़ी कई कमियों को लेकर DEO को पत्र भेजा है.

विभागीय जानकारी के अनुसार जिक्र किया गया है कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा का अधिकार-2009 के मानक के अनुरूप भौतिक संसाधनों की कमी है. वहीं यू-डायस सर्वे से जुड़े आंकड़ों के मुताबिक यहां बालकों के 111 और बालिकाओं के 100 स्कूलों में शौचालय नहीं है.

यही नहीं जिले के 1442 स्कूलों में चाहरदीवारी, 1369 स्कूलों में खेल के मैदान नहीं हैं. साथ ही 613 स्कूल ऐसे हैं जहां पहुंचने का कोई पहुंचमार्ग ही नहीं है. 132 ऐसे विद्यालय है जो कि बिजली कनेक्शन के विहीन हैं. 983 स्कूलों में पुस्तकालय भी नहीं है. सबसे बड़ी बात ये कि 3 स्कूलों में तो पेयजल की सुविधा ही नहीं है.

गौरतलब है कि 2018-19 , 2019-20 व वर्तमान वर्ष 2020-21 के यू-डायस सर्वे रिपोर्ट के अनुसार जिले के सरकारी स्कूलों के आधारभूत संरचना जरूर सुधरे हैं, इसके बावजूद इन स्कूलों में छात्रों से जुड़ी जरूरी सुविधा पर ध्यान नहीं दिया गया.


आपको बताएं कि यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इंफॉर्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन (UDISE) 2012-13 में शुरू किया गया था जो प्रारंभिक और माध्यमिक शिक्षा के लिए डीआईएसई को एकीकृत करता है. स्कूली शिक्षा पर सबसे बड़ी प्रबंधन सूचना प्रणाली में से ये एक है. इसमें 1.5 मिलियन से अधिक स्कूल, 9.6 मिलियन से अधिक शिक्षक और 264 मिलियन से अधिक बच्चे शामिल हैं.

समस्तीपुर: बिहार के समस्तीपुर (Samastipur) में सरकारी स्कूलों से छात्र दूर होते जा रहे हैं. 'यू-डाइस' (Unified District Information System for Education) की सर्वे रिपोर्ट जिले की शिक्षा व्यवस्था को आइना दिखा रहा है. दरअसल, समस्तीपुर के विद्यालयों में जरूरी संसाधनों की कमी के कारण स्कूलों में छात्रों की कमी होती जा रही है.

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बजट का एक बड़ा हिस्सा खर्च करने के बावजूद शिक्षा का स्तर सुधर नहीं रहा है. सारा काम शिक्षा के लिए और शिक्षा ही स्कूलों से नदारद होती जा रही है. UDISE के सर्वे रिपोर्ट से साफ हुआ है कि जरूरी संसाधनों के अभाव के चलते स्कूलों से छात्र दूर होते जा रहे हैं. DEO कार्यालय के अनुसार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने यू-डायस सर्वे से जुड़ी कई कमियों को लेकर DEO को पत्र भेजा है.

विभागीय जानकारी के अनुसार जिक्र किया गया है कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा का अधिकार-2009 के मानक के अनुरूप भौतिक संसाधनों की कमी है. वहीं यू-डायस सर्वे से जुड़े आंकड़ों के मुताबिक यहां बालकों के 111 और बालिकाओं के 100 स्कूलों में शौचालय नहीं है.

यही नहीं जिले के 1442 स्कूलों में चाहरदीवारी, 1369 स्कूलों में खेल के मैदान नहीं हैं. साथ ही 613 स्कूल ऐसे हैं जहां पहुंचने का कोई पहुंचमार्ग ही नहीं है. 132 ऐसे विद्यालय है जो कि बिजली कनेक्शन के विहीन हैं. 983 स्कूलों में पुस्तकालय भी नहीं है. सबसे बड़ी बात ये कि 3 स्कूलों में तो पेयजल की सुविधा ही नहीं है.

गौरतलब है कि 2018-19 , 2019-20 व वर्तमान वर्ष 2020-21 के यू-डायस सर्वे रिपोर्ट के अनुसार जिले के सरकारी स्कूलों के आधारभूत संरचना जरूर सुधरे हैं, इसके बावजूद इन स्कूलों में छात्रों से जुड़ी जरूरी सुविधा पर ध्यान नहीं दिया गया.


आपको बताएं कि यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इंफॉर्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन (UDISE) 2012-13 में शुरू किया गया था जो प्रारंभिक और माध्यमिक शिक्षा के लिए डीआईएसई को एकीकृत करता है. स्कूली शिक्षा पर सबसे बड़ी प्रबंधन सूचना प्रणाली में से ये एक है. इसमें 1.5 मिलियन से अधिक स्कूल, 9.6 मिलियन से अधिक शिक्षक और 264 मिलियन से अधिक बच्चे शामिल हैं.

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