समस्तीपुर: बिहार के समस्तीपुर समाहरणालय के सामने विश्वकर्मा काष्ट शिल्पी विकास समिति के सदस्यों ने (March of Vishwakarma Kasht Shilpi Vikas Samiti) आक्रोश मार्च निकाल कर जमकर नारेबाजी की. जिले भर के विश्वकर्मा काष्ठ शिल्पी समिति के जुड़े लोगों ने 11 सूत्री मांगों को लेकर समाहरणालय पर जमकर किया प्रदर्शन किया. जिला सचिव ने कहा कि मांग पूरा नहीं हुई तो मार्च में विधानसभा का घेराव करेगी. प्रदर्शन में सभी जिले से विश्वकर्मा सामाज के लोग शामिल होंगे.
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सरकार लोगों का रोजगार छिन रही है: समाहारणालय में प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जिला सचिव ने कहा कि आजादी के 75 साल बाद भी विश्वकर्मा समाज का दशा जस का तस है. कोई भी राजनीति पार्टी तरहिज नहीं दे रही है. वहीं लकड़ी उद्योग का स्थान प्लास्टिक लेता जा रहा है. आरा मशीन जब्त कर सरकार लोगों का रोजगार छिन रही है. हम लोगों का जीना मुहाल हो गया है. सरकार जिस तरह मछुवारे के अनुदान देती है उसी तरह विश्कर्मा समाज के लोगों के औजार खरीदने के लिए अनुदान दिया जाय.
"11 सूत्री मांगों को लेकर विश्वकर्मा समाज धरना-प्रदर्शन कर रही है. मांग को लेकर जिलाधिकारी को भी ज्ञापन सौंपा गया है. मांग पूरी नहीं होने पर मार्च में संगठन विधानसभा का घेराव करेगी. " -ब्रज किशोर शर्मा, प्रदर्शनकारी
औजार और पूंजी के लिए मिल अनुदान: जिला सचिव ने कहा कि आश्वासन के बावजूद बिहार कास्ट आधारित उद्योग प्रोत्साहन नीति अंतर्गत हाथ से काम करने वाले दुकानदारों के उत्थान हेतु औजार और पूंजी के लिए बिना ब्याज एक लाख अनुदान करने का प्रावधान नहीं किया गया. इस समाज पर अत्याचार बढ़ती जा बिना किसी बहस के विधानसभा से पारित काले कानून के कारण 1800 लोग झूठा मुकदमा के शिकार हो गए हैं.