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मुफ्त बिजली कनेक्शन योजना का हाल बेहाल, कई इलाकों में अबतक नहीं पहुंचे बिजली के तार - samstipur news

दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत किसानों को मुफ्त कृषि बिजली कनेक्शन का हाल बेहाल है. मुख्यमंत्री ने दिसम्बर 2019 तक इस योजना को पूरा करने का लक्ष्य दिया है.

किसान बेहाल
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Published : Jul 16, 2019, 6:46 PM IST

समस्तीपुर: दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत किसानों को मुफ्त कृषि बिजली कनेक्शन का हाल बेहाल है. इस योजना के तहत जिले के सभी गांव तक बिजली पंहुचाना है. कृषि इस्तेमाल को लेकर अलग फीडर की व्यवस्था की जानी है लेकिन जिले में यह पूरी तरह फिसड्डी साबित हो रहा है.

दिसम्बर 2019 तक योजना को पूरा करने का है लक्ष्य
किसानों को लेकर केंद्र और राज्य सरकार लाख दावे करती है. किसानों से जुड़ी कई योजनाएं धरातल पर लागू किए गए हैं. किसानों की मेहनत और उनके फसल को सूखे से बचाने के लेकर राज्य सरकार ने बिजली का निःशुल्क कृषि कनेक्शन देने का ऐलान किया है. मुख्यमंत्री ने दिसम्बर 2019 तक इस योजना को पूरा करने का लक्ष्य दिया है.

कार्यपालक अभियंता का बयान

योजना से किसानों को हैं कई लाभ
बिजली विभाग के इस योजना के तहत आवेदन देने वाले किसानों को कृषि के लिए नि:शुल्क बिजली कनेक्शन दिया जाना है. इस्टीमेट और लेबर चार्ज की राशि, सिंगल फेज में प्रति हॉर्सपावर 400 रुपये और थ्री फेज होने पर 900 रुपये प्रति हॉर्सपावर होगी. इस राशि का भुगतान किसान दस आसान किस्तों में जमा कर सकते है.

कई जगहों पर बिजली का तार नहीं पहुंचा
लेकिन जिले में इस योजना का हाल अभी तक बेहाल है. जिले के लगभग सभी प्रखंडो में सैंकड़ों आवेदन पर कनेक्शन नहीं मिल पा रहा है. इसके पीछे की वजह यह है कि अभी भी बहुत जगहों तक बिजली का तार नही पहुंचा है.

किसानों के लिए बिजली का दर 75 पैसे प्रति यूनिट
वैकल्पिक सिंचाई के लिए किसानों को महंगे डीजल से राहत देने को लेकर उनके लिए बिजली का दर 75 पैसे यूनिट रखा गया है. वैसे जिले में इस योजना के फिसड्डी होने पर विभाग के बड़े अधिकारी ने कुछ समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि जल्द ही इस योजना के तहत जिले के किसानों को लाभ मिलने लगेगा.

समस्तीपुर: दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत किसानों को मुफ्त कृषि बिजली कनेक्शन का हाल बेहाल है. इस योजना के तहत जिले के सभी गांव तक बिजली पंहुचाना है. कृषि इस्तेमाल को लेकर अलग फीडर की व्यवस्था की जानी है लेकिन जिले में यह पूरी तरह फिसड्डी साबित हो रहा है.

दिसम्बर 2019 तक योजना को पूरा करने का है लक्ष्य
किसानों को लेकर केंद्र और राज्य सरकार लाख दावे करती है. किसानों से जुड़ी कई योजनाएं धरातल पर लागू किए गए हैं. किसानों की मेहनत और उनके फसल को सूखे से बचाने के लेकर राज्य सरकार ने बिजली का निःशुल्क कृषि कनेक्शन देने का ऐलान किया है. मुख्यमंत्री ने दिसम्बर 2019 तक इस योजना को पूरा करने का लक्ष्य दिया है.

कार्यपालक अभियंता का बयान

योजना से किसानों को हैं कई लाभ
बिजली विभाग के इस योजना के तहत आवेदन देने वाले किसानों को कृषि के लिए नि:शुल्क बिजली कनेक्शन दिया जाना है. इस्टीमेट और लेबर चार्ज की राशि, सिंगल फेज में प्रति हॉर्सपावर 400 रुपये और थ्री फेज होने पर 900 रुपये प्रति हॉर्सपावर होगी. इस राशि का भुगतान किसान दस आसान किस्तों में जमा कर सकते है.

कई जगहों पर बिजली का तार नहीं पहुंचा
लेकिन जिले में इस योजना का हाल अभी तक बेहाल है. जिले के लगभग सभी प्रखंडो में सैंकड़ों आवेदन पर कनेक्शन नहीं मिल पा रहा है. इसके पीछे की वजह यह है कि अभी भी बहुत जगहों तक बिजली का तार नही पहुंचा है.

किसानों के लिए बिजली का दर 75 पैसे प्रति यूनिट
वैकल्पिक सिंचाई के लिए किसानों को महंगे डीजल से राहत देने को लेकर उनके लिए बिजली का दर 75 पैसे यूनिट रखा गया है. वैसे जिले में इस योजना के फिसड्डी होने पर विभाग के बड़े अधिकारी ने कुछ समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि जल्द ही इस योजना के तहत जिले के किसानों को लाभ मिलने लगेगा.

Intro:मानसून के मेहरबानी से जंहा खेतों में हरियाली आयी वंही अन्नदाताओं के चेहरे पर रौनक । लेकिन यह खुशियां क्या आगे भी बरकरार रहने वाला। दरअसल अगर जिले में आगे मानसून कमजोर होता है तो , सिचाई के वैकल्पिक व्यवस्था आखिर क्या होगा । डीजल सब्सिडरी का हाल सबको पता है वंही पटवन को लेकर किसानों को बिजली की बेहतर उपलब्धता का जिले में हाल बेहाल है ।


Body:किसानों को लेकर केंद्र हो या राज्य की सरकार , दरियादिली दिखाने के लाख दावे कर रहे । अनेको इनसे जुड़े योजना धरातल पर लागू किये गए है । इसी कड़ी में किसानों की मेहनत व उनके फसल को सूखे से बचाने को लेकर राज्य सरकार ने , बिजली का निःशुल्क कृषि कनेक्शन देने का एलान किया । यही नही सीएम ने दिसम्बर 2019 तक इस योजना को पूरा करने का लक्ष्य भी दिया है । लेकिन जिले में इस योजना का हाल यैसा की , किसानों की मेहनत धान के कोपल का भविष्य ऊपरवाले के ही हाथों में है । अभी भी जिले के लगभग सभी प्रखंडो में सैंकड़ो आवेदन पर कनेक्शन नही मिल रहा । इसके पीछे की वजह यह है की , अभी भी बहुत जगहों तक बिजली का तार नही पंहुच पाया है । किसानों को लेकर सरकार के दावे व धरातल पर उसकी हकीकत पर किसान नेता सवाल उठा रहे ।

बाईट - यू के पांडे , किसान नेता व आरटीआई एक्टिविस्ट ।

वीओ - बिजली विभाग के इस योजना के तहत आवेदन देने वाले किसानों को निशुल्क कृषि के लिए बिजली कनेक्शन दिया जाना है । यही नही इस्टीमेट व लेबर चार्ज की राशि सिंगल फेज में प्रति हार्सपावर 400 रुपये और थ्री फेज होने पर 900 रुपये प्रति एचपी राशि भी किसान दस आसान किस्तों में जमा करने की सुविधा होगी । वंही वैकल्पिक सिंचाई को लेकर किसानों को मंहगे डीजल से राहत देने को लेकर उनके लिए बिजली का दर भी 75 पैसे यूनिट रखा गया है । वैसे जिले में इस योजना के लेटलतीफी पर विभाग के बड़े अधिकारी ने कुछ समस्या का जिक्र करते हुए कहा की , जल्द इस योजना से जिले के किसानों को लाभ मिलने लगेगा ।

बाईट - सौरव कुमार , कार्यपालक अभियंता , समस्तीपुर विधुत प्रमंडल ।


Conclusion:गौरतलब है की दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के तहत किसानों को मुफ्त इस कृषि कनेक्शन को लेकर , जिले के सभी गांव तक बिजली पंहुचाने के साथ साथ , कृषि इस्तेमाल को लेकर अलग फीडर भी बैठना है । लेकिन जिले में इसका हाल पूरी तरह फिसड्डी साबित हो रहा । साफ है किसानों को , ऊपरवाले के ही भरोसे रहना होगा ।

अमित कुमार की रिपोर्ट ।
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