समस्तीपुर: साइबर थाने की पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक महिला का आपत्तिजनक वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने के आरोप में मुजफ्फरपुर से एक युवक को गिरफ्तार किया है. इस मामले में एसपी ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए जानकारी दी है.
महिला को ब्लैकमेल करने वाला मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार: एसपी विनय तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि महिला को प्यार के झांसे में लेकर आपत्तिजनक वीडियो बनाकर वीडियो वायरल करने वाले आरोपी को मुजफ्फरपुर जिला के अमरपुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के मुताबिक महिला को अपने प्यार के झांसे में लेकर युवक ने उसकी आपत्तिजनक वीडियो बना ली और ₹500000 मांगने लगा. पैसे नहीं देने पर वीडियो वायरल करने की धमकी देता था.
मोबाइल पर हुआ प्यार: महिला के द्वारा मांग पूरी नहीं करने पर वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया गया था. दरअसल 4 फरवरी 2023 को महिला के मोबाइल पर आरोपी के द्वारा कॉल किया गया था. पीड़ित महिला ने अनजान नंबर देखकर फोन नहीं उठाया. बार-बार आरोपी के द्वारा कॉल करने पर महिला ने फोन उठाया. आरोपी के द्वारा पीड़िता के पति के रिश्तेदार होने की बात कही गई और बात की गई.
महिला का पति बाहर रहकर करता है मजदूरी: धीरे-धीरे बात करते-करते महिला को अपने प्यार के जाल में फंसाया क्योंकि पीड़िता का पति बाहर रहकर मजदूरी करता था. अपने जाल में फंसा कर आरोपी पीड़िता से मिलने की जिद करने लगा. जिद पर हार कर महिला ने अपने घर पर आरोपी को बुलाया. घर पर पहुंचने के बाद आरोपी युवक ने महिला से अवैध संबंध बनाने को कहा और ऐसा नहीं करने पर घर में ही जहर खाकर जान देने की धमकी दी.
अवैध संबंध का बनाया वीडियो: उसके बाद युवक ने महिला के साथ अवैध संबंध बनाया और इसका वीडियो भी बना लिया.कुछ दिनों बाद युवक ने महिला को वीडियो वायरल कर देने की धमकी देते हुए ₹500000 रुपये की मांग करने लगा.मांग पूरी नहीं होते देख आरोपी ने पीड़ित महिला का आपत्तिजनक वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिसके बाद पीड़िता द्वारा साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी.
पैसे नहीं देने पर वायरल किया आपत्तिजनक वीडियो: साइबर थाने की पुलिस ने टेक्निकल अनुसंधान के जरिए आरोपी को मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार कर लिया है. घटना में प्रयुक्त मोबाइल को भी पुलिस ने बरामद कर लिया है. आरोपी से पूछताछ किए जाने के बाद उसे जेल भेज दिया गया है. जिला पुलिस कप्तान ने बताया कि टावर थाने का निर्माण होने के बाद पहली गिरफ्तारी सागर थाना के द्वारा की गई है.