समस्तीपुर: लंबी कानूनी लड़ाई और आपसी समझौते के बाद 5 अगस्त को अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर की नींव पड़ेगी. इस राम मंदिर के साथ जिले का एक पुराना नाता है.
राम मंदिर का समस्तीपुर कनेक्शन
दरअसल, मंदिर निर्माण को लेकर चलाए गए अभियान के अतीत का जिले के बारह पत्थर चौक से गहरा संबंध है. यहां मंदिर निर्माण आंदोलन के रथ को रोका गया था और यही बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी गिरफ्तार हुए थे.
25 सितंबर 1990 को समस्तीपुर पहुंचा रथ
25 सितंबर 1990 की वो तारीख जब राम मंदिर निर्माण का रथ समस्तीपुर पहुंचा. राम मंदिर निर्माण को लेकर बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी ये रथ गुजरात के सोमनाथ से लेकर चले. विभिन्न जगहों से होते हुए ये रथ समस्तीपुर के बारह पत्थर चौक पंहुचा.
23 अक्टूबर 1990 आडवाणी हुए गिरफ्तार
आडवाणी समेत राम मंदिर आंदोलन से जुड़े बड़े नामचीन इसी चौक स्थित जिला अथितिशाला में रुके थे. लेकिन, तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के आदेश पर 23 अक्टूबर 1990 की सुबह आडवाणी को गिरफ्तार कर लिया गया.
'आपसी सौहार्द का उदाहरण होगा राम मंदिर'
सियासी सवालों के बीच देश के करोड़ों लोगों का सपना साकार होने का वक्त आ गया है. आस्था के इस महाकेन्द्र में भगवान राम के भव्य मंदिर निर्माण को लेकर जिले के लोग भी खासे उत्साहित हैं. वहीं राम मंदिर आंदोलन का हिस्सा रहे प्रत्यक्षदर्शी का मानना है कि यह मंदिर आपसी सौहार्द का एक बेहतरीन उदाहरण होगा.