सहरसा: बिहार में लगातार हो रही बारिश के कारण नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है. जिले में कोसी नदी उफान पर है. इस समय कोसी नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिसके चलते नदी का पानी लोगों के घरों में घुसने लगा है. घरों में पानी के घुसने के कारण हजारों लोग अपने घरों को छोड़कर जा चुके हैं. यहां की सड़कों पर भी पानी भरा हुआ नजर आ रहा है.
पल भर में उजड़ गया आशियाना
दरअसल, कोसी ने सबसे ज्यादा नवहट्टा प्रखंड के केदली, असैय, डरहार, हाटी, बराही और बकुनिया पंचायत के सैकड़ों गांव को प्रभावित किया है. यहां के सैकड़ों परिवारों का पल भर में आशियाना उजड़ गया. पीड़ित माखन यादव और पारो देवी ने कहा कि अचानक आई बाढ़ ने घरों में घुस कर अनाज को बहा ले गया. उन्होंने कहा कि घरों से बाहर उचे स्थानों तक निकलने के लिए नाव तक की व्यवस्था नहीं है. जैसे-तैसे जीवन बसर करने को विवश हैं. वहीं केदली गांव के प्रशांत कुमार ने कहा कि इस विपदा की घड़ी में सरकारी मदद तो दूर सरकारी मुलाजिम देखने तक भी नहीं आए की इन पीड़ितों का क्या हाल है.
सभी सुविधाओं का मिलेगा लाभ
जिलाधिकारी कौशल कुमार ने बताया कि अचानक पानी आने से कोसी तटबंध के अंदर के इलाकों में फैल गया था, लेकिन अब कोसी का डिस्चार्ज कम हो गया है. जिससे धीरे-धीरे पानी का लेबल घटना शुरू हो गया है. फिलहाल इनलोगों को बाहर निकालने की नौबत नहीं आई है. वैसे प्रशासन पूरी तरह से सतर्क और तैयार है. बाढ़ की आपदा से निपटने के लिए सरकार प्रदत्त जो भी सुविधा उपलब्ध है. सभी सुविधा का लाभ इन पीड़ितों को मिलेगा. उन्होंने कहा कि कोसी में पानी घटने लगा है. अब लोगों को डरने की जरुरत नहीं है.