सहरसा: लगभग 82 साल से बहुप्रतीक्षित कोसी और मिथिलांचल के बीच टूटा रेल संपर्क फिर से बहाल हो जाएगा. समस्तीपुर डिवीजन के डीआरएम अशोक माहेश्वरी सीआरएस निरीक्षण से पहले सभी कुछ दुरुस्त है या नहीं, इसकी जांच करने स्वयं सहरसा पहुंचे.
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ट्रेन परिचालन का इंतजार
सहरसा स्टेशन पर उन्होंने बताया कि यात्री सुविधाओं के विकास के लिए स्थानीय स्टेशन पर कई कार्य किए जा चुके हैं. लिफ्ट बनकर तैयार हो चुकी है. दूसरे फुट ओवरब्रिज भी लगभग बनकर तैयार हो गया है. समस्तीपुर डिवीजन का एकमात्र ऑटोमेटिक कोच वॉशिंग प्लांट भी बन गया है. छोटी मोटी कुछ सुविधाएं बाकी रह गई हैं. जिसकी भी पूर्ति जल्द कर दी जाएगी.
यात्रियों को मिलेगी बेहतर सुविधा
उम्मीद है कि 12 मार्च तक कार्य पूरा हो जाएगा. इसके बाद यहां से जो भी ट्रेन चलती है, वो बेहतर और साफ सुथरी मिलेगी. तीन लेयर और केमिकल यूज करते हुए प्रॉपर आरओ वाटर से साफ करते हुए उपलब्ध करायी जाएगी, जिससे यात्रियों को साफ सुथरी ट्रेन मिलेगी और यात्रियों को एक अच्छे सफर का अनुभव होगा.
स्पीड ट्रायल के बाद होगा परिचालन
उन्होंने आगे कहा कि आगामी 12 से 13 मार्च को सीआरएस का निरीक्षण होना है. सीआरएस के निरीक्षण के बाद कोसी और मिथिलांचल के बीच सीधी रेल सेवा बहाल की जाएगी. उम्मीद है कि इसी वित्तीय वर्ष में सहरसा से दरभंगा के बीच में यात्री सेवा के लिए ये ट्रैक उपलब्ध हो जाएगा. यानी अप्रैल के पहले सप्ताह में दोनों स्टेशनों के बीच सीधी रेल सेवा बहाल कर दी जाएगी.