सहरसाः पिछले 18 सालों से बंद पड़े बिहार राज्य कोऑपरेटिव बैंक (Bihar State Cooperative Bank) की सहरसा शाखा बुधवार को खुल गई. सहरसा शाखा खुल जाने से बैंक के ग्राहकों और किसानों को काफी फायदा मिलेगा. इससे पूर्व कोऑपरेटिव बैंक से काम कराने के लिए लोगों को बेगूसराय के बेहट शाखा में जाना पड़ता था. इसके लिए लोगों को कई किलोमीटर की दूरी तय करने के साथ-साथ समय भी अधिक लगता था.
इन्हें भी पढ़ें- वाल्मीकि नगर में मुख्यमंत्री करेंगे कैबिनेट की बैठक, अधिकारियों को तैयारी का दिया गया निर्देश
बैंक की शाखा को खोलने के लिए विधिवत उदघाटन समारोह का आयोजन किया गया. समारोह में कला संस्कृति मंत्री आलोक रंजन, जिला पदाधिकारी कौशल कुमार एवं उपविकास आयुक्त सहिला मौके पर मौजूद रहे. वहीं ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव व सहकारिता विभाग की सचिव वंदना प्रेयसी ने समारोह में ऑनलाइन शिरकत की.
इन्हें भी पढ़ें- लालू ने नीतीश पर लगाया धोखा का आरोप, कहा- मैंने 2015 में तेजस्वी के बदले उन्हें बनाया CM
18 वर्षों के बाद कॉपरेटिव बैंक खुलने से किसानों में उल्लास है. किसानों ने कहा कि पहले काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था. पैक्स में धान, गेहूं जमा करने के बाद 72 घंटे किसानों के खाते में रुपये आने में लग जाते थे. हमारी परेशानी को देखते हुए सहरसा के जिला पदाधिकारी ने सहरसा शाखा को खोलने का प्रस्ताव मंत्री के सामने रखा था. रिजर्व बैंक से मंजूरी मिलने के बाद कोऑपरेटिव बैंक की शाखा खोली गई.
वहीं कला, संस्कृति मंत्री आलोक रंजन ने बताया की आज सहरसा के लिए स्वर्णिम दिन है. आज किसानों को 18 वर्षों के बाद अपना बैंक मिला है. अब किसानों को धान पैक्स में जमा करने के बाद रुपये के लिए बेगूसराय नहीं जाना पड़ेगा. अब तुरंत ही उनके खाते में राशि आ जायेगी.
जिला पदाधिकारी कौशल कुमार ने बताया कि धान और गेहूं के मौसम में किसानों के खाते में रुपया आने में काफी टाइम लग जाता था. अब धान अधिप्राप्ति का समय आ गया है. इस बार किसानों को कोई परेशानी नहीं होगी.