रोहतास: बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था लचर हालत में है. स्वास्थ्य के नाम पर महज खानापूर्ति हो रही है. सासाराम सदर अस्पताल में सालों पहले लगाई गई अल्ट्रासाउंड मशीन का अब तक इस्तेमाल में नहीं हो रहा है. जिससे मरीजों को दूसरे निजी अस्पताल में जाकर जांच कराना पड़ रहा है.
दरअसल, अस्पताल में करोड़ों रुपये खर्च कर के मरीजों की जांच के लिए अत्याधुनिक मशीन लाई जाती है. इसके बाद भी मरीजों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है. जिले के सदर अस्पताल में 3 साल पहले अल्ट्रासाउंड मशीन लगाई गई. लेकिन, टेक्नीशियन के नहीं होने के कारण मशीन बंद पड़ी है. जिस कारण मरीजों को निजी अस्पताल में जाकर जांच कराना पड़ रहा है. जो साफ तौर पर उनकी जेबों पर असर डालता है. वहीं, इस अस्पताल में कर्मियों का भी काफी अभाव है. जिसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है.
'जल्द होगी टेक्नीशियन की नियुक्ति'
इस संबंध में सदर अस्पताल के सिविल सर्जन जनार्दन शर्मा ने कहा कि टेक्नीशियन की कमी से अल्ट्रासाउंड कक्ष बंद है. उन्होंने कहा कि इसके लिए वरीय अधिकारी को सूचित कर दिया गया है. सिविल सर्जन ने यह भी बताया कि इसके बावजूद 5 दिनों के अंदर प्राइवेट टेक्नीशियन को ट्रेंनिंग देकर बहाल किया जाएगा. जिससे मरीजों को दूसरे अस्पताल में जाकर जांच न कराना पड़े.