रोहतास: बिहार में शराबबंदी (Liquor Ban In Bihar) पूर्णरूप से लागू है. शराब के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई लगातार जारी है. बावजूद शहर से गांव तक शराब का कारोबार लगातार जारी है. असम के गुवाहाटी एक नामी होटल से गिरफ्तार कर दो बड़े शराब कारोबारी को जब बिहार पुलिस पटना लाइ, तो उसने कई राज उगला है. उसके कनेक्शन रोहतास से भी जुड़ा हुआ है
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बिहार में करते थे शराब और स्प्रीट की आपूर्ति: दरअसल गिरफ्तार दो शराब कारोबारियों ने पुलिस को यह जानकारी दी है, कि बिहार में अब तक शराब और स्प्रीट की आपूर्ति से 20 करोड़ प्राप्त हुआ है. जिसमें केवल दो करोड़ रुपए रोहतास के शराब कारोबारियों ने दिया है. शराब की तस्करी से जुड़े सबसे बड़े रैकेट में शामिल उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के रहने वाले सुनील भारद्वाज और अरुणाचल प्रदेश खुनसो दोरगी करीमी की गिरफ्तारी अहम मानी जा रही है.
आधा दर्जन शराब फैक्ट्री के मालिक है दोनों शराब कारोबारी: दोनों शराब कारोबारी आधा दर्जन शराब फैक्ट्री के मालिक हैं. इन पर बिहार में बड़े पैमाने पर अवैध शराब और कच्चा स्प्रिट की सप्लाई का आरोप है. जिनका तार रोहतास जिला से भी जुड़ा हुआ बताया जा रहा है. इन दोनों के शराब फैक्ट्री हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और गोवा में है. इन दोनों के बैंक खातों में 20 करोड़ से ज्यादा की नगद राशि बिहार से भेजी गई है, जिसमें दो करोड़ रुपए की राशि रोहतास जिले से भेजी गई है.
पुलिस को मिली बड़े शराब माफियाओं की जानकारी: पुलिस अधिकारियों की माने तो दोनों शराब कारोबारी बड़े पैमाने पर बिहार में शराब और कच्चे स्प्रिट की सप्लाई करते थें. इन दोनों की गिरफ्तारी से शराब सप्लाई के सिंडिकेट से जुड़े कुछ बड़े शराब माफियाओं की जानकारी पुलिस को मिली है. वही पूछताछ के बाद पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि इन दोनों का संबंध जिले के किन-किन बड़े शराब माफियाओं के साथ है. हालांकि शराब माफियाओं से पूछताछ के बाद पुलिस अन्य शराब माफिया की सूची तैयार कर कार्रवाई में जुटी है.
"अब तक इस मामले में पुलिस मुख्यालय की ओर से जिला पुलिस को कोई विशेष जानकारी नहीं मिली है. शराब माफियाओं के सिंडिकेट को ध्वस्त करने के लिए रणनीति बनाकर रोहतास पुलिस कार्रवाई में जुट गई है." :- आशीष भारती, एसपी रोहतास