रोहतास: बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर बुधवार को ऐक्टू से सम्बद्ध नगर परिषद डिहरी-डालमियानगर (Municipal Council Dehri-Dalmiyanagar) कर्मचारी मजदूर संघ के मजदूरों ने काम बंद रखा. सभी मजदूरों ने नगर परिषद कार्यालय के कैम्पस में सरकार पर मजदूर विरोधी नीतियों को अपनाने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान मजदूरों ने जमकर नारेबाजी भी की.
ये भी पढ़ें:कैमूर: भभुआ नगर परिषद के सफाई कर्मियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल दूसरे दिन भी जारी
प्रदर्शन के दौरान मजदूरों को संबोधित करते हुए ऐक्टू के जिला सचिव और माले के वरिष्ठ नेता अशोक सिंह ने कहा कि वर्षों से कार्यरत सफाई कर्मी और दैनिक मजदूरों की सेवा नियमित नहीं कर सरकार मजदूर विरोधी कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि जब तक सफाई कर्मी और दैनिक मजदूर नियमित नहीं हो जाते हैं तब तक इन्हें समान काम समान वेतन दिया जाए.
माले नेता ने सरकार से मांग किया कि समान वर्ग को न्यूनतम 18 हजार रुपए और तकनीकी वर्ग को 21 हजार रुपए मिलना चाहिए. ताकि वह अपने परिवार का भरन पोषण कर सके. इसके साथ उन्होंने कहा कि मजदूरों को ईएसआईस और इपीएफ की सुविधा प्रदान की जाय. इसके अलावा स्थायी कर्मियों के लिये समान रूप से सातवां वेतमान लागू किया जाय.
माले अशोक सिंह ने सरकार से आउटसोर्सिंग पर रोक लगाने, अनुकम्पा पर नियुक्ति करने और मजदूरों की दुर्घटना होने पर सरकार की ओर से हर हाल में सहायता करने पर बल दिया. उन्होंने कहा कि अगर इन सभी चीजों को लागु नहीं किया जाएगा तो सरकार के खिलाफ उग्र आंदलन किया जायेगा.
बता दें कि राज्य भर के नगर निकायों के निगमकर्मी और सफाई मजदूर अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने के कारण सफाई व्यवस्था पूरी तरीके से ठप्प हो गयी है. जगह-जगह कचरों का अंबार लग गया है.
ये भी पढ़ें:समान काम के बदले समान वेतन की मांग को लेकर सफाई कर्मियों ने किया विरोध प्रदर्शन