रोहतास: बिहार में धान का कटोरा रोहतास. जी हां, वाकई कल तक ऐसा ही कहा जाता था. लेकिन अब यहां कि परस्थितियां बदल रही है. किसान धान की रोपनी अब तक 25 फीसदी भी नहीं कर पाए हैं. इसके पीछे का कारण है पानी की समस्या. ऊपर से बिजली विभाग की लापरवाही अलग. लो वोल्टेज के कारण किसान काफी नाराज हैं.
सरकार से गुहार लगा रहे किसान
रोहतास जिले के डिलिया गांव में लो वोल्टेज से नाराज किसानों ने बिजली विभाग और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी और प्रदर्शन किया. किसान बिजली विभाग के रवैये से खासे नाराज हैं. विभाग की लापरवाही के कारण लो वोल्टेज की समस्या यहां अक्सर बनी रहती है. इस कारण खेतों में रोपनी नहीं हो पायी है और बिचड़े सूख रहे हैं. किसानों का कहना है कि विभाग मनमाना बिजली बिल भेजता है. लेकिन खेती के बिजली नहीं मिल पा रही है. विभाग के अधिकारी सुनते नहीं हैं. हमारा व्यवसाय खेती है. अगर खेती ही नहीं कर पायेंगे तो जियेंगे कैसे. खेती नहीं होने के कारण आत्महत्या करने पर मजबूर हो जायेंगे. किसानों ने गुहार लगाते हुए कहा कि सरकार इससे निजात दिलाने की पहल करे.
अभी तक शुरू नहीं हुई रोपनी
गौरतलब है कि इस गांव में डेढ़ सौ बीघा से अधिक खेतों में अभी तक रोपनी का कार्य शुरू नहीं हो पाया है. किसान अपनी किस्मत पर रोने के लिए मजबूर हैं. खेतों में फसल नहीं होगी तो घर का खर्च कैसे चलेगा. गांव के दोनों तरफ से नहर गुजरती है. हालांकि ऊंचा इलाका होने की वजह से बिजली पर सिंचाई के लिए निर्भर हैं. यहां लगभग डेढ़ सौ परिवार खेती पर ही निर्भर हैं. यह समस्या कई सालों से बनी हुई है. बिजली विभाग के अधिकारियों के पास जाने पर उलटे केस करने की धमकी देते हैं. कोई उनकी सुनने वाला नहीं है.
25 फीसदी से भी कम हुई धान की रोपनी
रोहतास जिला जिसे धान का कटोरा कहा जाता है. लेकिन इस धान के कटोरे में किसान बेहाल हैं. पानी के लिए तरस रहे किसान अब तक मात्र 25 प्रतिशत भी धान की रोपनी भी नहीं कर पाए हैं. वहीं कृषि फीडर से दी जाने वाली बिजली में लो वोल्टेज की समस्या है. इस कारण खेतों में सिंचाई नहीं हो पा रही. आलम यह है कि किसानों के सामने भुखमरी समस्या खड़ी हो रही है. इस मामले पर बिजली विभाग के एसडीओ दीपक कुमार ने बताया कि जल्द ही लो वोल्टेज की समस्या को दूर किया जाएगा.