रोहतास: लॉकडाउन के कारण कोटा में फंसे बच्चों को लेकर सियासत हो रही है. आरजेडी नेता कांति सिंह ने इन छात्रों को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया है कि सीएम नीतीश कुमार कोटा में फंसे बच्चे को वापस लाने के लिए किसी तरह की कोई पहल नहीं कर रहे हैं.
आरजेडी नेता कांति सिंह ने सीएम नीतीश पर तंज कसते हुए कहा कि राजस्थान के कोटा में फंसे छात्रों को लेकर राज्य सरकार संवेदनहीन है. बीजेपी विधायक अपने बच्चे को कोटा से वापस घर ले आते हैं. सरकार उसे परमिशन भी दे देती है. लेकिन अन्य किसी के बच्चों के लिए सरकार दोहरी नीति अपना रही है. इसके साथ ही उन्होंने सरकार से अपील करते हुए कहा कि...
सीएम नीतीश कुमार कोटा में फंसे ये बच्चे, आपके बच्चे हैं. हमारे बच्चे है. अब तो आप नींद से जागिए. उन बच्चों का दुख दर्द समझिए उन्हें घर ले आइए.
इसके साथ ही पूर्व मंत्री ने लोगों को कोरोना से बचने के लिए घर में रहने, लॉकडाउन और सोशलड डिसेंटसिंग का पालन करने की अपील की.
दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को वापस लाने का हो रहा प्रयास
बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार ने लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों, छात्रों, तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को उनके गृह राज्य में जाने की अनुमति कुछ शर्तों के साथ दी है. गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन के दौरान अंतरराज्यीय परिवहन की छूट के संबंध में बुधवार को आदेश जारी किया है. केंद्र के इस फैसले के बाद बिहार सरकार कोटा में फंसे छात्रों और देश के विभिन्न राज्यों में फंसे मजदूरों को लाने की दिशा में काम कर रही है.