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What A Talent : रामदुलार को सुनकर आप दांतों तले उंगलियां दबा लेंगे.. विश्वास नहीं होता है तो सुनकर देख लीजिए - ETV Bharat Bihar

शादी विवाह में गाए जाने वाले पारंपरिक गीत आज भी लोगों को कर्णप्रिय लगते हैं. खासकर वह महिलाएं गाए तो और भी लोग सुनना पसंद करते हैं. लेकिन अगर यह गाना कोई पुरुष गाए और मन को भा जाए तो क्या कहेंगे. जी हां रोहतास में आजकल कुछ ऐसा ही हो रहा है. आगे पढ़ें पूरी खबर और देखें वीडियो...

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Published : Feb 20, 2023, 7:18 PM IST

रामदुलार साह को सुनें.

रोहतास : सोशल मीडिया के युग में कब क्या वायरल हो जाए, कोई नहीं कह सकता. अभी हाल फिलहाल में एक महीने पहले बक्सर में पुलिस हाजत में गाना क्या गाया, जबरदस्त वायरल हो गया. कैमूर के कन्हैया राज की इससे किस्मत ही बदल गयी. बाहर निकलते ही उन्हें गाने का ऑफर मिलने लगा. कुछ ऐसा ही हो रहा है रोहतास के रामदुलार साह (Rohtas Man Singing In Woman Voice) के साथ.

ये भी पढ़ें - वाह! बक्सर जेल में क्या गाना गाया.. कैमूर के सिंगर कन्हैया राज की बदल गई किस्मत

रामदुलार साह की बढ़ी डिमांड : रामदुलार साह महिलाओं की आवाज में गाना गाकर काफी लोकप्रीय हो चुके हैं. वैसे तो रामदुलार ठेला चलाते हैं पर धीरे-धीरे इनकी किस्मत बतल रही है. कई लोग इन्हें अपने घरों पर बुलाते हैं और पारंपरिक गीत सुनते हैं. चूंकि अभी शादी विवाह का मौसम चल रहा है ऐसे में इनकी काफी डिमांड बढ़ गयी है. लोग रामदुलार को विवाह गीत गाने के लिए ले जाते हैं.

लोगों को आश्चर्यचकित करते हैं रामदुलार : विवाह के सभी पारंपरिक गीत उन्हें कंठस्थ याद है. खासकर भोजपुर इलाके में गाए जाने वाले पारंपरिक विवाह गीत को रामदुलार महिला की आवाज में बखूबी प्रस्तुत करते हैं. यह सुनकर लोगों को आश्चर्य होता है. कई बार लोगों को चौंकाते हुए रामदुलार महिला तथा पुरुष दोनों की आवाज में युगल गीत भी गाते हैं, जो अपने आप में आश्चर्यचकित करता है.

कई तरह की आवाज निकालते हैं रामदुलार : सासाराम के झलखोड़ा गांव के रहने वाले रामदुलार साह गायकी के अपने अद्भुत प्रतिभा से इन दिनों चर्चा में है. रामदुलार साह के गानों के सुनकर लोग आश्चर्यचकित रह जाते हैं. बड़ी बात यह है कि रामदुलार पुरुष होते हुए ग्रामीण महिला की आवाज में दर्द भरे विदाई गीत भी गाते हैं. वह जब ठेला गाड़ी लेकर सड़क पर निकलते हैं, तो अपने मुंह से हॉर्न की आवाज भी निकालते हैं. जिससे लोगों को लगने लगता है कि कहीं कोई बड़ी गाड़ी आ गई है.

''रोज सुबह ठेला लेकर सड़क पर निकलता हूं. जब भी मौका मिलता है तो पारंपरिक लोकगीतों को जरूर गुनगुनाता हूं. बचपन से ही पशु-पक्षी एवं महिलाओं की आवाज निकाला करता था. खासकर गांव में महिलाएं जब शादी-ब्याह में गीत गाती थी, तो उसका नकल करता था. आज शादी-विवाह में लोग मुझे पारंपरिक गीत गाने के लिए बुलाते हैं.''- राम दुलार साह, ठेला चालक

रामदुलार साह को सुनें.

रोहतास : सोशल मीडिया के युग में कब क्या वायरल हो जाए, कोई नहीं कह सकता. अभी हाल फिलहाल में एक महीने पहले बक्सर में पुलिस हाजत में गाना क्या गाया, जबरदस्त वायरल हो गया. कैमूर के कन्हैया राज की इससे किस्मत ही बदल गयी. बाहर निकलते ही उन्हें गाने का ऑफर मिलने लगा. कुछ ऐसा ही हो रहा है रोहतास के रामदुलार साह (Rohtas Man Singing In Woman Voice) के साथ.

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रामदुलार साह की बढ़ी डिमांड : रामदुलार साह महिलाओं की आवाज में गाना गाकर काफी लोकप्रीय हो चुके हैं. वैसे तो रामदुलार ठेला चलाते हैं पर धीरे-धीरे इनकी किस्मत बतल रही है. कई लोग इन्हें अपने घरों पर बुलाते हैं और पारंपरिक गीत सुनते हैं. चूंकि अभी शादी विवाह का मौसम चल रहा है ऐसे में इनकी काफी डिमांड बढ़ गयी है. लोग रामदुलार को विवाह गीत गाने के लिए ले जाते हैं.

लोगों को आश्चर्यचकित करते हैं रामदुलार : विवाह के सभी पारंपरिक गीत उन्हें कंठस्थ याद है. खासकर भोजपुर इलाके में गाए जाने वाले पारंपरिक विवाह गीत को रामदुलार महिला की आवाज में बखूबी प्रस्तुत करते हैं. यह सुनकर लोगों को आश्चर्य होता है. कई बार लोगों को चौंकाते हुए रामदुलार महिला तथा पुरुष दोनों की आवाज में युगल गीत भी गाते हैं, जो अपने आप में आश्चर्यचकित करता है.

कई तरह की आवाज निकालते हैं रामदुलार : सासाराम के झलखोड़ा गांव के रहने वाले रामदुलार साह गायकी के अपने अद्भुत प्रतिभा से इन दिनों चर्चा में है. रामदुलार साह के गानों के सुनकर लोग आश्चर्यचकित रह जाते हैं. बड़ी बात यह है कि रामदुलार पुरुष होते हुए ग्रामीण महिला की आवाज में दर्द भरे विदाई गीत भी गाते हैं. वह जब ठेला गाड़ी लेकर सड़क पर निकलते हैं, तो अपने मुंह से हॉर्न की आवाज भी निकालते हैं. जिससे लोगों को लगने लगता है कि कहीं कोई बड़ी गाड़ी आ गई है.

''रोज सुबह ठेला लेकर सड़क पर निकलता हूं. जब भी मौका मिलता है तो पारंपरिक लोकगीतों को जरूर गुनगुनाता हूं. बचपन से ही पशु-पक्षी एवं महिलाओं की आवाज निकाला करता था. खासकर गांव में महिलाएं जब शादी-ब्याह में गीत गाती थी, तो उसका नकल करता था. आज शादी-विवाह में लोग मुझे पारंपरिक गीत गाने के लिए बुलाते हैं.''- राम दुलार साह, ठेला चालक

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