रोहतास: लॉकडाउन के दौरान गरीब परिवार से लेकर जानवरों के सामने खाने की समस्या उत्पन्न हो गई है. हालांकि, समाजसेवी और जनप्रतिनिधि अपने-अपने इलाके में लोगों के बीच राहत सामग्री का वितरण कर रहे हैं. वहीं, दिनारा स्थित प्रसिद्ध देवी मंदिर पर विचरण करने वाले बंदरों को भी खाने के लाले पड़े हैं. ऐसे में समाजसेवी और जनप्रतिनिधियों ने आगे बढ़ कर बंदरो का पेट भरने की कोशिश की है.
जिले के समाजसेवी और जनप्रतिनिधियों ने मौके पर पहुंचकर बंदरों को चना, गुड़, चावल, केला, खीरा खिलाया. कोआथ नगर पंचायत के मुख्य पार्षद धर्मेन्द्र चौधरी और सासाराम के उषा कुमारी ने भालुनिधाम के भूखे बन्दरों को खाना खिलाया. मुख्य पार्षद ने कहा कि लॉकडाउन में बंदर अब भूखे नहीं रहेंगे. ऐतिहासिक शक्तिपीठ यक्षणी भवानी धाम मंदिर के बंदरों के बीच खाना मुहैया करवाया जाएगा.
बंदरों को भक्त कराते हैं भोजन
बता दें कि लॉकडाउन के बाद से बंदर मंदिर में भूखे रह रहे हैं. मंदिर खुले रहने के दौरान पूजा करने वाले श्रद्धालु हजारों बंदरों को चना, गुड़, चावल, फल खाने के लिए देते हैं, लेकिन मंदिर बंद रहने से लगने वाला मेला भी लॉक डाउन की भेंट चढ़ गया है. जिसके कारण देवी मंदिर के पास मौजूद जंगल के बंदरों के सामने खाने-पीने की विकट समस्या हो गई है.