रोहतास: बिहार विधान परिषद के पूर्व सभापति प्रो. अरुण कुमार के पार्थिव शरीर को सासाराम स्थित उनके आवास पर लाया गया. जहां जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार तथा एसपी आशीष भारती ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. 35 वर्षों तक विधान परिषद के सदस्य तथा इसके अलावा विधान परिषद के सभापति भी रहे अरुण कुमार को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई.
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बुधवार की देर रात पटना में हुआ था निधन
बिहार विधान परिषद के पूर्व सभापति प्रो. अरुण कुमार का बुधवार की देर रात पटना में निधन हो गया था. वे लगभग 90 वर्ष के थे. लंबे समय तक विधान परिषद के सदस्य रहने वाले सूबे के चंद नेताओं में से एक थे.
शिक्षाविद के रूप में विख्यात वयोवृद्ध पूर्व सभापति प्रो. अरुण कुमार पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे. उनका पटना के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था. बुधवार को उनका निधन हो गया. उनके निधन से राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर दौड़ पड़ी.
पार्थिव शरीर को सासाराम लाया गया
बता दें कि दिवंगत अरुण कुमार की पुत्रवधू का आवास सासाराम में है. यहां उनके पार्थिव शरीर को लाया गया. उसके बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए वाराणसी भेज दिया गया. उनके सासाराम में स्थित आवास पर उन्हें श्रद्धांजलि देने और शोक व्यक्त करने वालों का तांता लगा रहा.