रोहतास: सरकारी अस्पतालों में बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव पूरे बिहार में देखा जा सकता है. जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल आज भी असुविधाओं की मार झेल रहा है. यहां करोड़ों रुपय खर्च कर नया पोस्टमार्टम का भवन सरकार की उदासीनता के कारण आज तक चालू नहीं हो सका है.
सरकार स्वास्थ्य के नाम पर करोड़ों रुपया खर्च करने का दावा करती है. लेकिन यह दावा महज हवा-हवाई ही बनकर रह जाता है. शहर हो या गांव हर जगह पर सरकारी अस्पताल इन दिनों खुद बीमार है. दरअसल, सासाराम के सदर अस्पताल में करोड़ों की लागत से बना पोस्टमार्टम हाउस आज भी उद्घाटन की बाट जोह रहा है. कई वर्ष बीत जाने के बाद भी ये पोस्टमार्टम हाउस चालू नहीं हो सका. लिहाजा पोस्टमार्टम हाउस की बिल्डिंग अब धीरे-धीरे अपना वजूद खोते जा रहा है.
पोस्टमार्टम हाउस जर्जर
वहीं, पूरे पोस्टमार्टम हाउस की तस्वीर देख कर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे. यहां गंदगी का अंबार लगा हुआ है. गौर करने वाली बात तो ये है कि पोस्टमार्टम हाउस सिविल सर्जन कार्यालय के बिल्कुल बगल में ही है. इसके बावजूद वहां की गंदगी ऐसी जिसका अंदाजा लगाना मुश्किल है. बहरहाल नए पोस्टमार्टम हाउस के बारे में जब सिविल सर्जन से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसकी सूचना विभाग को कई बार दे दी गयी है. लेकिन अब तक इसपर कोई ठोस कदम नहीं लेने के कारण ये भवन आज बर्बाद होने के कगार पर है.