रोहतास: बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू होने के बावजूद शराब का कारोबार खूब फल-फूल रहा है. लिहाजा शराब माफियाओं पर जब पुलिस नकेल कसने में नाकामयाब रही, तो ग्रामीणों ने शराब तस्करों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. नीतीश कुमार ने बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू किया था. इसके बावजूद अब तक बिहार में शराब माफियाओं का दबदबा कायम है.
पुलिस ने नहीं की कोई कार्रवाई
मामला सासाराम के अठखम्बवा गांव का है. यहां शराब माफियाओं ने गांव में शराब तस्करी का कारोबार शुरू कर दिया है. जिसके बाद ग्रामीणों ने इसका विरोध किया और पुलिस को इसकी सूचना दी. लेकिन ग्रामीणों के सूचना देने के बाद भी पुलिस ने शराब माफियाओं के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की. तब खुद ग्रामीणों ने शराब माफियाओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.
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शराब माफियाओं के खिलाफ धरना
ग्रामीणों ने गांव में ही पोस्टर-बैनर लगाकर सड़क के किनारे शराब माफियाओं के खिलाफ आवाज उठाना शुरू कर दिया. इसमें महिलाओं से लेकर पुरुष तक शामिल हैं. लेकिन सबसे ज्यादा महिलाएं इसका विरोध करने सड़क पर उतरी हैं. रोड के किनारे ही तंबू गाड़कर महिला शराब माफियाओं के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर रही हैं. गांव की एक महिला ने बताया कि यहां पर शराब का कारोबार धड़ल्ले से फल-फूल रहा है. कई बार प्रशासन को इसकी जानकारी दी गई, लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की है.
ग्रामीणों ने बताया कि गांव के लोग शराब माफिया से तंग आकर सड़क के किनारे धरने पर बैठ गए हैं. उनका कहना है कि जब तक शराब माफिया पर पुलिस कार्रवाई नहीं करती, तब तक गांव के लोग इसी तरह सड़क के किनारे शराब माफियाओं के खिलाफ धरना प्रदर्शन करते रहेंगे.