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रोहतास: किसानों के लिए आफत बन बरसी बारिश, खेतों में लगे 60 फीसदी धान की फसल बर्बाद - Nitish Kumar

रोहतास में बारिश की वजह से धान की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गया है. खेतों में धान के फसल पक कर तैयार था. लेकिन बारिश की वजह से पूरा खेत जलमग्न हो गया है.

रोहतास
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Published : Dec 18, 2019, 9:14 PM IST

रोहतास: किसानों को हमेशा मौसम की मार झेलनी पड़ती है. जिले में बिन मौसम बारिश से किसानों के धान की फसल काफी बर्बाद हो गया है. इससे किसान मायूस हो गए हैं. आसमान से बरसी इस आफत के बाद किसान सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं.

जिले में तीन दिनों तक लगातार बारिश ने किसानों के धान के फसल को काफी क्षति पहुंचाया है. खेतों में लगे धान के पौधों के साथ-साथ खलिहान में रखे धान के बोझे भी इस बारिश में बर्बाद हो गए हैं. इससे जिले के किसान काफी मायूस हो गए हैं. इस हालात में किसान सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं. इससे उनकी क्षति की भरपाई हो सके.

रोहतास
बारिश से खेत हुए जलमग्न

'मुआवजा मिलनी चाहिए'
किसानों का कहना है कि बारिश की वजह से धान की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गया है. खेतों में धान की फसल पक कर तैयार था. लेकिन बारिश की वजह से पूरा खेत जलमग्न हो गया. इससे धान की फसल को काटना मुश्किल हो गया है. खेतों में अब रबी फसल की भी बुवाई करना संभव नहीं है. खेतों में लगे पानी को सूखने में भी कई दिन लग जाएंगे. इससे काफी नुकसान हुआ है. सरकार से मुआवजा मिलनी चाहिए.

किसानों का बयान

ये भी पढ़ें: 30 साल पर पोस्टर वार : गिद्ध और कबूतर में बंटा बिहार

60 फीसदी धान हो गए बर्बाद
बता दें कि इस बारिश से जिले के करीब 60 फीसदी तक करीब धान बार्बद हो चुका है. हालांकि कृषि विभाग के तरफ से अब तक बर्बाद हुए धान का आकलन नहीं किया गया है. किसानों के अनुसार जिले में 1 लाख 90 हजार हेक्टेयर भूमि पर धान की खेती हुई है. वहीं, बर्बाद हुए फसलों से किसानों को काफी नुकसान हुआ है.

रोहतास: किसानों को हमेशा मौसम की मार झेलनी पड़ती है. जिले में बिन मौसम बारिश से किसानों के धान की फसल काफी बर्बाद हो गया है. इससे किसान मायूस हो गए हैं. आसमान से बरसी इस आफत के बाद किसान सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं.

जिले में तीन दिनों तक लगातार बारिश ने किसानों के धान के फसल को काफी क्षति पहुंचाया है. खेतों में लगे धान के पौधों के साथ-साथ खलिहान में रखे धान के बोझे भी इस बारिश में बर्बाद हो गए हैं. इससे जिले के किसान काफी मायूस हो गए हैं. इस हालात में किसान सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं. इससे उनकी क्षति की भरपाई हो सके.

रोहतास
बारिश से खेत हुए जलमग्न

'मुआवजा मिलनी चाहिए'
किसानों का कहना है कि बारिश की वजह से धान की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गया है. खेतों में धान की फसल पक कर तैयार था. लेकिन बारिश की वजह से पूरा खेत जलमग्न हो गया. इससे धान की फसल को काटना मुश्किल हो गया है. खेतों में अब रबी फसल की भी बुवाई करना संभव नहीं है. खेतों में लगे पानी को सूखने में भी कई दिन लग जाएंगे. इससे काफी नुकसान हुआ है. सरकार से मुआवजा मिलनी चाहिए.

किसानों का बयान

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60 फीसदी धान हो गए बर्बाद
बता दें कि इस बारिश से जिले के करीब 60 फीसदी तक करीब धान बार्बद हो चुका है. हालांकि कृषि विभाग के तरफ से अब तक बर्बाद हुए धान का आकलन नहीं किया गया है. किसानों के अनुसार जिले में 1 लाख 90 हजार हेक्टेयर भूमि पर धान की खेती हुई है. वहीं, बर्बाद हुए फसलों से किसानों को काफी नुकसान हुआ है.

Intro:रोहतास। रोहतास में आसमान से बरसी आफत की बारिश ने किसानों के सपनो को चकनाचूर कर दिया। लिहाज़ा किसान अब बस सरकारी अनुदान के आस में टटकी लगाए बैठे है।


Body:जिले में पिछले दिनों तीन दिनों तक हुई लगातार बारिश के कारण किसानों के धान के फसल हो बर्बाद कर दिया। खेतों में खड़ी धान कज फसल से लेकर खलिहान में रखे धान के बोझे और धान के अनाज बर्बाद हो गए। लिहाज़ा इस बर्बादी के बाद किसान परेशान नज़र आरहे है। किसानों की साल भर की कमाई पर पानी फिर गया। बेमौसम हुई बारिश के कारण क़रीब 60 फीसद धान को नोकसान पहुंचा है। हालांकि कृषि विभाग के द्वारा अबतक धान की बर्बाद हुई फसल का आकलन नहीं किया गया है। लिहाज़ा किसानों के आकलन के अनुसार जिले में एक लाख नब्बे हज़ार हेक्टेयर भूमि पर धान की खेती हुई है। जिसमें तक़रीबन साठ फीसद से ज़्यादा नोकसान हुआ है।

VO:1 आकाशी गांव के रहने वाले किसान हरे कृष्णा सिंह ने बताया कि बारिश की वजह से धान की फसल पूरे तरह से बर्बाद हो गया है। खेतों में धान की फसल पाक कर तैयार थी लेकिन बारिश की वजह से पूरा खेत जलमग्न हो गया। लिहाज़ा अब धान की फसल को काटना मुश्किल हो गए है। वहीं हरे कृष्णा जी ने बताया कि खेतों में अब रबी की बुवाई भी करना संभव नहीं है। क्योंकि खेतों में लगा पानी इस कदर भरा है कि उसे सूखने में कई दिन लग जाएंगे।

बाइट: हरे कृष्णा सिंह

VO:2 वही उचितपुर गांव के रहने वाले किसान जगनारायण प्रसाद ने बताया कि बारिश ने उन्हें बर्बाद कर दिया जगनारायण सिंह ने अपनी 11 एकड़ भूमि में धान की फसल लगाई थी जो बारिश की वजह से पूरी तरीके से बर्बाद हो गया। उन्होंने बताया इस बारिश की वजह से उन्हें लाखों रुपए के नुकसान हुए हैं। साथ ही अब रबी की फसल भी होना मुश्किल है। क्योंकि खेतों में पानी भरा हुआ है वहीं किसान ने बताया कि अब उन्हें अब आस है तो सिर्फ सरकार से क्योंकि उन्हें जब तक सरकार की तरफ से मुआवजा नहीं मिलता तब तक वे परेशान रहेंगे। क्योंकि लाखों रुपए की पूंजी लगाकर धान की खेती की थी। लेकिन बारिश के पानी ने सारी पूंजी को एक पल में बर्बाद कर दिया।

बाइट: जगनारायण प्रसाद


Conclusion:बहरहाल जिले में बरसी आसमान से आफत की बारिश ने किसानों को झकझोर कर रख दिया है। अब ऐसे में सरकार अगर किसानों को मुआवजा नहीं देती है तो किसान बिल्कुल टूट जाएंगे। क्योंकि उनके मेहनत की कमाई को बारिश के पानी ने बर्बाद कर दिया।

पीटीसी
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